Live News 24 x 7 के लिए कैलाश गुप्ता की रिपोर्ट।
मोतिहारी। कहते है कि देर है पर अंधेर नहीं.. देर ही सही आखिरकार पूर्वी चम्पारण के तत्कालीन व पटना के वर्तमान जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार निलंबित हो ही गए।
विभागीय विशेष सचिव सह निदेशक प्रशासन सुबोध कुमार चौधरी के द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि उप विकास आयुक्त पूर्वी चम्पारण के पत्रांक 683 दिनांक 09-04-25 द्वारा जिला पदाधिकारी को समर्पित जांच प्रतिवेदन में तत्कालीन जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार के विरुद्ध प्रतिवेदित आरोप यथा बेंच-डेस्क की गुणवता असंतोषजनक पाया जाना, सभी वृहत मरम्मती कार्य से संबंधित प्राकलन नहीं पाया जाना, अभिलेख में त्रुटिपूर्ण कार्यादेश पाया जाना, बिना हस्ताक्षरित कोटेशन जैसे लापरवाही बरतना, संचिका का लापरवाहिपूर्ण तरीके से संधारण करना, कार्य में शिथिलता बरतने आदि गंभीर आरोप प्रथम दृष्ट्व्या प्रमाणित है।
जिसके कारण पूर्वी चम्पारण के तत्कालीन जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार बिहार सरकारी सेवक नियमावली 2005 के तहत निलंबित किया जाता है। गौरतलब हो कि जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ठेकेदार बनकर भ्रष्टाचार में आकंठ डूब गए थे।
जिसकी चर्चा मोतिहारी 20 सूत्री की बैठक में कई विधायकों ने किया था जिसको लेकर शिक्षा विभाग के मंत्री लाह प्रभारी मंत्री सुनील कुमार ने मोतिहारी के जिलाधिकारी को पत्र लिखा, और जांच कर तीन हफ्ते में रिपोर्ट देने को कहा था परंतु जांच टीम भले ही गठित हो गई थी, पंद्रह दिनों में जांच पूरी कर रिपोर्ट देने को कहा गया था, लेकिन वह फाइल भी दबा दी गई थी।
जिला शिक्षा कार्यालय ने पूर्व डीईओ संजय कुमार के खिलाफ जांच से संबंधित फाइल जांच टीम को देने में काफी विलंब हुई थी जिसके कारण श्री कुमार के निलंबन में विभाग को इंतजार करना पड़ा।
वही विभागीय सूत्रों की माने तो बेंच डेस्क भुगतान व आपूर्ति मामले में पूर्वी चम्पारण के कई अधिकारी शिक्षा विभाग व निगरानी विभाग के राडार पर है और सीघ्र ही इसकी सूचना मिलने की संभावना जताई जा रही है।
