खबर बिहार के छपरा जिले की है जहां पुलिस ने नकली नोट छापने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है साथ ही पुलिस ने 5 लोगो को भी गिरफ्तार किया है।
मिली जानकारी के अनुसार जिले के अमनौर थाना क्षेत्र के सलखुआ गांव में नकली नोट छापने का धंधा चल रहा था, जिसका सारण पुलिस ने पर्दाफाश किया है. यहां प्रिंटर मशीन के माध्यम से जाली नोट छापकर तस्करी हो रही थी. सारण एसपी के निर्देशानुसार एलटीएफ की टीम अमनौर, भेल्दी और मढौरा पुलिस द्वारा सलखुआ गांव में बच्चा तिवारी के घर छापेमारी की गई, जहां पुलिस को एक बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है.
इस मामले में गिरफ्तार सलखुआ गांव के बच्चा तिवारी के खिलाफ पहले चोरी, छिनतई, लूट और चिट फंड जैसे सैकड़ो मामले में दर्ज है. सलखुआ गांव मही नदी के किनारे बसा अपहर पंचायत के अंतर्गत आता है. बच्चा तिवारी का आपराधिक गतिविधियों शुरू से ही रहा है. पहले वे चावल व कीमती पथरो का तस्करी नेपाल से किया करते थे. इनके विरुद्ध लगभग सौ से अधिक लूट डकैती तस्करी छिनतई जैसे कई थानों में मामला दर्ज है.
छापेमारी के दौरान पुलिस ने नोट छापने वाली सामग्री को बरामद किया. वहीं छापेमारी के दौरान लाखों रुपये, नगदी, प्रिंटर मसीन, नोट छापने वाला 36 बंडल कागज, काटा हुआ कागज, प्रिंटर केमिकल आदि बरामद हुआ है साथ ही चार तस्करों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. छापेमारी की मरहौरा डीएसपी नरेश पासवान ने पुष्टि करते हुए कहा कि सभी अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया है और वहां पर काफी मात्रा में नकली नोट भी बरामद किए गए हैं.
मामले में डीएसपी, मढ़ौरा नरेश पासवान ने बताया कि बंद कमरे में काफी समय से जाली नोट छापे जा रहे थे. पुलिस नोट छापने वाली मशीन के साथ जाली नोट के सरंगना को गिरफ्तार किया है. थाना लाकर गिरफ्तार चारो सरंगना से पूछताछ कर रही है
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