- नाइट ब्लड सर्वें के दौरान रात 8:30 से 12 बजे के बीच 10 हजार 8 सौ लोगों के रक्त के नमूने लिए जाएंगे
- 10 फ़रवरी से सभी प्रखंडों में चलेगा सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम
बेतिया। राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत गवर्नमेंट मेडिकल कालेज बेतिया के प्रयोगशाला प्रावैधिकी में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्रशिक्षण डॉ अजय कुमार एवं डॉ नुसरत जहाँ द्वारा दिया गया। जिले के सिविल सर्जन डॉ श्रीकांत दुबे ने जानकारी देते हुए बताया कि नाइट ब्लड सर्वें के दौरान रात 8:30 से 12 बजे के बीच लोगों के रक्त की जाँच की जाएगी। वहीं नाइट ब्लड सर्वें वाले क्षेत्र में आशा, जनप्रतिनिधि व स्वास्थ्य कर्मियों के सहयोग से जन जागरूकता चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रत्येक प्रखंड में एक स्थाई एवं एक अस्थाई साइट का चयन किया गया है। प्रत्येक साइट से रात के 8:30 से 12 बजे तक 18 प्रखंडों के कुल 10 हजार 8 सौ लोगों के रक्त के नमूने लिए जाएंगे।
रक्त जांच करने की बताई तकनीक:
प्रशिक्षण में डॉ अजय कुमार एवं डॉ नुसरत जहाँ द्वारा लैब टेक्नीशियनों को सर्वे से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी दी गयी। इसी दौरान लोगों के रक्त के नमूने लेने से लेकर माइक्रोस्कोपिक जांच से जुड़ी हुई जानकारियों को बहुत ही बारीकी से अवगत कराया गया। डॉ नुसरत जहाँ
ने कहा कि जांच के लिए संग्रहित रक्त नमूनों की सटीक व त्रुटिहीन जांच सुनिश्चित कराने में लैब टेक्नीशियन की भूमिका काफ़ी महत्वपूर्ण होती है। इसलिए उनका प्रशिक्षण बेहद आवश्यक है।
10 फ़रवरी से चलेगा सर्वजन दवा सेवन अभियान:
सिविल सर्जन डॉ श्रीकांत दुबे ने बताया कि जाँच के दौरान माइक्रो फाइलेरिया दर 1 प्रतिशत या अधिक होने पर 10 फ़रवरी से सर्वजन दवा सेवन अभियान की शुरुआत की जाएगी। उन्होंने बताया की दवा अपने सामने ही खिलाना है। इस बात का ध्यान रखना है। वहीं 2 वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं एवं गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को छोड़कर सभी को उम्र के अनुसार डीईसी तथा अल्बेंडाजोल की निर्धारित खुराक खिलायी जाएगी। एमडीए अभियान के पहले जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
मौके पर पिरामल प्रतिनिधि राजू सिंह, अंजलि प्रमोद उमरेडकर, अजय कुमार ,धर्मेंद्र यादव, एवम पिरामल बीसी श्याम सुन्दर सहित कई लोग उपस्थित थे।