गया।जिला विधिक प्राधिकार द्वारा मध्यस्थता जागरूकता माध्यम से मुकदमे में समझौता गोष्टी का आयोजन अनीश पंकज मेमोरियल विधि महाविद्यालय में जागरूकता पर गोष्ठी का आयोजन किया गया है।जागरूता गोष्ठी का उद्धघाटन विद्यालय परिवार के गवर्नर बॉडी डॉ मनीष पंकज मिश्रा साहित महाविद्याल के प्रोफेसर गण और अधिवक्ता शामिल हुए हैं ।इस कार्यक्रम का आरंभ दीप प्रचलित कर एवं राष्ट्रीय गीत के साथ शुरू हुआ जागरूकता अभियान को संबोधित करते हुए डॉ मनीष पंकज मिश्रा ने कहां कि समझौताे एक महत्वपूर्ण कदम है।जिसका उद्देश्य विवादों को सुलझाने के लिए वैकल्पिक उपायों को बढ़ावा देना है। यह प्रक्रिया न केवल न्यायालयों पर बोझ को कम करती है।बल्कि पक्षों के बीच आपसी सहमति से विवादों का समाधान भी सुनिश्चित करती है। इस गोष्ठी को अधिवक्ता उमेश्वर प्रसाद सिंह ने कहा मध्यस्थता एक सरल और प्रभावी विधि है, जिसमें एक तटस्थ तीसरा पक्ष दोनों पक्षों के बीच बातचीत करता है। यह प्रक्रिया स्वैच्छिक है और इसका लक्ष्य समझौते पर पहुंचना होता है। जिला विधिक प्राधिकार इस प्रक्रिया को प्रोत्साहित करने के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करता है।जिसमें स्थानीय नागरिकों, वकीलों और समाज के विभिन्न वर्गों को आमंत्रित किया जाता है। इस गोष्ठी को राजेंद्र प्रसाद अधिवक्ता ने कहा इन कार्यक्रमों में प्रतिभागियों को मध्यस्थता की प्रक्रिया, उसके लाभ और कानूनी पहलुओं के बारे में जानकारी दी जाती है। लोग समझते हैं कि मध्यस्थता से समय और धन की बचत होती है और यह एक अधिक सहयोगात्मक और रचनात्मक दृष्टिकोण प्रदान करती है।
इसके अतिरिक्त, जिला विधिक प्राधिकार द्वारा ऐसे कार्यक्रमों में सफल मध्यस्थता मामलों के उदाहरण साझा किए जाते हैं, जिससे लोगों में विश्वास बढ़ता है। स्थानीय समुदाय में विधिक जागरूकता बढ़ाने के लिए स्कूलों, कॉलेजों और गैर-सरकारी संगठनों के माध्यम से भी पहल की जरूरत है इस जागरूकता शिविर को डॉ नरेंद्र पाठक अंततः, जिला विधिक प्राधिकार का यह प्रयास न केवल कानूनी प्रक्रियाओं को सरल बनाता है।बल्कि समाज में न्याय की अवधारणा को भी मजबूत करता है। इससे नागरिकों को अपनी समस्याओं का समाधान खोजने में मदद मिलती है और वे न्यायपालिका पर कम निर्भर रहते हैं। आज के जागरूकता गोष्ठी में सुशील कुमार, अमन जैन ,रामानुज कुमार, विकास कुमार ,श्याम किशोर मिश्रा, सपना राजमणि अमरेंद्र कुमार ,डॉ मिहिर कुमार सपना कुमारी, नेहा कुमारी धन्यवाद श्याम कुमार मिश्रा के द्वारा किया गया हू।
