खबर बिहार के बेगूसराय जिले की है जहां एक निजी अस्पताल में मरीज की मौत के बाद बवाल हो गया। आक्रोशित लोगों ने अस्पताल पर ईंट-पत्थर भी चलाए। हंगामा की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचकर लोगों को शांत कराने में जुटे रहे।
आपको बता दे कि यह घटना नगर थाना क्षेत्र के विष्णुपुर में स्थित बीएम हॉस्पिटल की है। मृतक मरीज की पहचान शाम्हो थाना क्षेत्र के बिजुलिया निवासी नवल पासवान के 50 वर्षीय बेटे राम विनय पासवान के रूप में की गई है। घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि रामविनय पासवान का 18 मई को लखीसराय में एक्सीडेंट हो गया था।
वहां के अस्पताल में हालत में सुधार नहीं होने पर बरौनी के एक अस्पताल लाया गया। वहां से भी रेफर किए जाने पर मंगलवार को परिजनों ने उसे बीएम हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। जहां आज दोपहर इलाज के दौरान मरीज की मौत हो गई। मौत के बाद परिजन आक्रोशित हो गए और डॉक्टर पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए तोड़फोड़ करने लगे।
तोड़फोड़ की सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत अस्पताल पहुंची और लोगों को शांत कराने का प्रयास करने लगी लेकिन आक्रोशित लोग शांत नहीं हुए। इसके बाद मौके पर हेड क्वार्टर डीएसपी रमेश प्रसाद सिंह, सदर बीडीओ सुदामा प्रसाद सिंह और नगर थानाध्यक्ष शैलेन्द्र कुमार आदि पहुंचे। परिजनों की मांग पर शव को बाहर निकाला गया।
जिसके बाद पेट में ऑपरेशन किया हुआ देखकर परिजन काफी आक्रोशित हो गए। परिजनों का आरोप है कि एक्सीडेंट में पैर में समस्या आई थी। लेकिन डॉक्टर ने पेट चीर कर किडनी निकाल लिया है, जिसके कारण मौत हुई है।
वही इस संबंध में अस्पताल के प्रबंधक डॉ.रामाश्रय सिंह का कहना है कि पेशेंट को यहां काफी सीरियस हालत में लाया गया था। दोनों आंत फटा हुआ था। पेशेंट की स्थिति काफी गंभीर थी। हमलोगों ने आईसीयू में भर्ती कर इलाज करना शुरू किया। लेकिन काफी लंबे समय से आंत फटे रहने और पेट में मैला पूरी तरह से भर जाने के कारण उसकी मौत हुई है।
वही पुलिस ने डॉक्टरों की टीम द्वारा वीडियो-ग्राफी के सामने पोस्टमॉर्टम कराने और दोषी पर कार्रवाई का आश्वासन दिए जाने के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया।