खबर बिहार के गया जिले के डोभी थाना क्षेत्र के कंजियार गांव की है जहां 19 मई को पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या कर दी थी। इसके बाद शव को प्लास्टिक के बोरा में बंद करके गांव से 2 किलोमीटर दूर सुन सान स्थान पर एक कुएं में फेंक दिया था। शव को ठिकाने लगाने के बाद महिला दूसरे दिन 20 मई को डोभी थाना पहुंची और अपने पति के मिसिंग कीरिपोर्ट दर्ज करवाई थी। पुलिस ने जब जांच शुरू किया तो स्थानीय लोगों की मदद से घटना तक पहुंच पाई। इसके बाद पुलिस ने महिला और उसके प्रेमी को 22 मई को गिरफ्तार कर लिया।
मामले में शेरघाटी अनुमंडल 2 एसडीपीओ संजीत कुमार प्रभात ने बताया कि 20 मई को कंजियार की रहने वाली रूबी देवी ने अपने पति बृजेश यादव के गुमशुदा होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। केस दर्ज किए जाने के साथ ही पुलिस की एक विशेष टीम गठित कर जांच शुरू कीं गई। जांच के दौरान कंजियार गांव के लोगों ने बताया कि बगीचा में भारी मात्रा में खून के धब्बे पड़े हैं। इस पर पुलिस ने बगीचा का मौका मुआयन किया। साथ ही बृजेश यादव के कॉल डिटेल को निकाला गया।
कॉल डिटेल में 19 मई की रात लास्ट फोन गांव के ही पिंटू विश्वकर्मा का आया था। इस पर पिंटू विश्वकर्मा को पुलिस ने हिरासत में लिया। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने सारे राज खोल दिए। पिंटू ने बताया कि बीते 9 साल से रूबी देवी के साथ उसका अवैध संबंध था। रूबी देवी के कहने पर बृजेश यादव की हत्या कर दी। शव को दोनों ने मिलकर गांव से दो किलोमीटर दूर बाराचट्टी थाना क्षेत्र के पट्टी गांव के कुएं में फेंक दिया है।
पुलिस ने पिंटू विश्वकर्मा के निशानदेही पर कुएं से शव को बरामद कर लिया। साथ ही रूबी देवी को भी गिरफ्तार कर लिया गया। रूबी देवी ने भी अपना अपराध कबूल किया है। रूबी देवी ने पुलिस को बताया कि योजना के तहत 19 मई की रात पिंटू विश्वकर्मा से फोन करवा कर बृजेश को बगीचे में मिलने बुलाया। बगीचा में बृजेश के पहुंचते ही पिंटू ने पीछे से उसके सिर पर सरिया से हमला कर मौत से घाट उतार दिया।
इसके पास बृजेश की डेड बॉडी को एक बोरी में बंद कर दिया। फिर दोनों मिलकर पैदल ही शव टांग कर कुएं में फेंक दिया। महिला ने बताया कि जब बृजेश यादव बगीचा जा रहा था तो वह भी पीछे-पीछे वहां पहुंच गई थी। रूबी देवी की शादी 2012 में हुई थी। रूबी को पांच और सात साल के दो बच्चे भी हैं।