- बुद्ध पूर्णिमा अवसर पर हर तरह से सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी
गया।जिला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम की अध्यक्षता में नव निर्मित बीटीएमसी बोधगया के सभागार में 23 मई को बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर बुद्ध जयंती 2024 के आयोजन को लेकर बैठक की गयी है। बीटीएमसी के सचिव डॉ० महास्वेता महारथी ने बताया कि प्रत्येक वर्ष बुद्ध पूर्णिमा के अवसर महाबोधी मंदिर में बुद्ध जयंती का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष भी 22,23 एव एवं 24 मई को आयोजन किया जा रहा है। इस अवसर पर 23 मई को बिहार के माननीय राज्यपाल बोधगया आएंगे। महाराष्ट्र एवं देश के अन्य राज्यों से तथा विदेशों से भी भारी संख्या में श्रद्धालु आएंगे। इस वर्ष लगभग 10 हजार श्रद्धालुओं की आने के अनुमान है। इस अवसर पर बीटीएमसी द्वारा गया रेलवे स्टेशन से बोधगया तक दो वातानुकूलित बस की रिंग सेवा तीर्थ यात्रियों के लिए उपलब्ध करायी जायेगी। गया रेलवे स्टेशन एवं बोधगया एवं एयरपोर्ट पर बीटीएमसी के दो प्रतिनिधि एवं जिला प्रशासन गया के एक प्रतिनिधि दोनों जगहों पर प्रतिनियुक्त रहेंगे साथ ही दोनों जगहों पर हेल्पडेस्क का काउंटर लगाया जायेगा ताकि यात्रियों को बोधगया जाने के लिए संबंधित जानकारी सही ढंग से प्राप्त हो सके। उनके रहने के लिए कालचक्र मैदान में टेंट लगवाया जाएगा, जिसमें लगभग 10 हजार बौद्ध भिक्षु के रहने की व्यवस्था की जायेगी। जिला पदाधिकारी के आदेशानुसार किसी भी स्थिति में कोई भीश्रद्धालु एवं यात्री रोड पर ना सोए यह सुनिश्चित किया जायेगा। उनको ठहरने के लिए मोनेस्ट्री में भी पर्याप्त व्यवस्था की जाएगी। 23 मई को शांति जुलूस से कार्यक्रम की शुरुआत होगी। जिसमें विभिन्न मोनेस्ट्री, विद्यालय एवं आम जनता भाग लेगी। 80 फ़ीट टेम्पल से महाबोधि मंदिर तक होगी। इस अवसर पर अनेक मोनेस्ट्री के बौद्ध भिक्षुओं ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अपनी अपनी बातें रखी।
ज़िला पदाधिकारी ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि विश्व के अनेक देश से तीर्थयात्री इस अवसर पर आएं। उन्हें बेहतर सुविधा प्रदान की जाए यही उनकी कोशिश होगे। बौद्ध भिक्षुओं के लिए आवासन, शौचालय, पेयजल एवं प्रकाश की बेहतर व्यवस्था रखनी होगी। तीन दिनों तक पानी एवं विद्युत की निर्बाध आपूर्ति की जाएगी। हीट वेब एव गर्मी को देखते हुए सभी प्रकार के प्रेकोशन लिए जाएंगे। अग्निशाम की व्यवस्था को लेकर कहां की कालचक्र मैदान, दोमुहान पर एवं जहां जहां किचन रूम रहेंगे वहां वहां पर अग्निशामक वाहन की व्यवस्था सुनिश्चित करें। दोमुहान से लेकर महाबोधि मंदिर तक प्रकाश की व्यवस्था की जाएगी, तोरण द्वार बनाए जाएंगे, कोई भी आदमी सड़क पर न सोने पाए इसके लिए अलग से व्यवस्था करनी होगी। आयोजक एवं विभिन्न मोनेस्ट्री के प्रतिनिधियों को इसके लिए व्यवस्था करने का सुझाव दिया है।
उन्होंने कहा कि बोधगया नगर पंचायत द्वारा लाइट की व्यवस्था की जाएगी। दोमुहान के पास शौचालय, प्रकाश की व्यवस्था की जाएगी। जहां तक सजावट की बात है तो बोधगया हवाई अड्डा से तोरणद्वार, बैनर इत्यादि लगवाए जाएंगे। सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया कि हीट वेब को ध्यान में रख कर पर्याप्त ors एव अन्य आवश्यक दवाओं की उपलब्धता रखे। कलचकरा मैदान में मेडिकल कैंप का आयोजन करें तथा 1 डेडिकेटेड एंबुलेंस की व्यवस्था रखें। बोधगया सर्जरी अस्पताल को अलर्ट मोड में रखे। ज़िला पदाधिकारी ने कहा कि हमारी कोशिश होगी कि जो भी तीर्थयात्री आएंगे, उन्हें किसी प्रकार की असुविधा न हो। लेकिन महाबोधि मंदिर की सुरक्षा भी पहली प्राथमिकता में है। उन्होंने बीटीएमसी को कालचक्र मैदान में पर्याप्त सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाएंगे।इस अवसर पर कई प्रतिनिधियों ने मंदिर के अंदर भिखारी एवं कुत्ते के रहने के कारण कभी-कभी अप्रिय घटना घटने की जानकारी दी है। जिलाधिकारी ने बीटीएमसी के सचिव को इसे देखने का निर्देश दि है। बोधगया का सौंदर्यीकरण हम लोगों के सर्वोच्च प्राथमिकता में है हमारा प्रयास है कि बोधगया में अधिक से अधिक योजनाएं लाई जाए।
ज़िला पदाधिकारी ने कहा कि कालचक्र मैदान में मेडिकल टीम के साथ-साथ सभी प्रकार की आवश्यक दावों की उपलब्धता रखी जाएगी। कालचक्र मैदान में लगने वाले टेंट पंडाल में हीट वेव एवं भीषण गर्मी को ध्यान में रखकर ही निर्माण करने को कहा है उन्होंने कहा कि पर्याप्त संख्या में वाटर कूलर एवं पंखा की व्यवस्था रखें इसके अलावा ठंडा पानी की पूरी व्यवस्था रखें ताकि श्रद्धालुओं को गर्मी से आराम दिया जा सके। कालचक्र मैदान में 20 टॉयलेट ब्लॉक हर हाल में तयार करावे। इसके अलावा नगर परिषद बोधगया 4 मोबाइल टॉयलेट की व्यवस्था करावे। कालचक्र मैदान में भीड़ को निगरानी रखने के लिए पांच वॉच टावर निर्माण करने का निर्देश दिए हैं। कहीं भी कोई आगलगी या फायर की घटना नहीं हो इसके लिए फायर ब्रिगेड के पदाधिकारी को अलर्ट मोड में काम करने का निर्देश दिया है। कालचक्र मैदान में लगने वाले टेंट की पूरी जांच करेंगे इसके अलावा किसी भी हाल में टेंट के अंदर जहां पर लोग ठहरेंगे उसे स्थान पर किचन नहीं रहेगा। इसके अलावा किचन को टीना के शेड में ही बनावे। कपड़ा का पंडाल किसी भी स्तर पर प्रयोग नहीं किया जाएगा। बुद्ध पूर्णिमा को ध्यान में रखते हुए 22 मई एवं 23 मई को महाबोधि मंदिर रात्रि 11:00 तक खुले रहेंगे। उन्होंने निर्देश दिया कि महाबोधि मंदिर एवं बीटीएमसी कार्यालय के बीच में 200 से 300 लीटर क्षमता वाला वाटर कूलर की व्यवस्था करवा ताकि तीर्थ यात्रियों को लगातार ठंडा पानी की सुविधा दिया जा सके।इस बैठक में सभी बौद्ध मंदिरों के प्रतिनिधि, चीफ मोंक महाबोधि मंदिर, अपर समाहर्ता विधि व्यवस्था, अनुमण्डल पदाधिकारी सदर, पुलिस उपाधीक्षक बोधगया, ज़िला जन सम्पर्क पदाधिकारी, सिविल सर्जन, एनडीसी, ज़िला आपूर्ति पदाधिकारी सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
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