- जिलाधिकारी की पत्नी ने भी ली नाइट ब्लड सर्वे में दिलचस्पी साथ में पहुंची
- ठंड के मद्देनजर सत्र स्थानों पर अलाव की थी व्यवस्था
- सुरसंड में एमएमडीपी किट के साथ कंबल का हुआ वितरण
सीतामढ़ी। फाइलेरिया उन्मूलन के लिए प्रतिबद्ध और उत्सवी माहौल के बीच जिलाधिकारी मनेश कुमार मीणा ने रीवा और सुरसंड से नाइट ब्लड सर्वे की शुरुआत की गयी। नाइट ब्लड सर्वे के पहले दिन ही जिले में 27 सौ से ज्यादा ब्लड के सैंपल लिए गए। सभी की स्टैंनिंग की जा चुकी है। जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ रविन्द्र कुमार यादव ने बताया कि इस नाइट ब्लड सैंपल में अंतर विभागीय समन्वय की प्रचुरता दिखी। हर प्रखंड में नाइट ब्लड सर्वे की शुरुआत किसी न किसी प्रशासनिक पदाधिकारियों के द्वारा की गयी। वहीं परसौनी में 10 फाइलेरिया मरीजों के द्वारा ही नाइट ब्लड सर्वे का उद्घाटन किया गया। रीवा प्रखंड के रामनगरा में जिलाधिकारी मनेश कुमार मीणा तथा उनकी पत्नी जो स्वयं भी एक बड़ी पदाधिकारी हैं ने भी सत्र स्थल पर उद्घाटन के समय लोगों की हौसलाफजाई की। सत्र स्थल पर मैंने भी कई स्वस्थ लोगों को भी समझा कर जांच में सहयोग करने के लिए प्रेरित किया।
नाइट ब्लड सर्वे के समय पहले फैलाई गई जागरूकता का असर दिखा। लोग खुद आकर अपना ब्लड सैंपल दे रहे थे। सुरसंड में फाइलेरिया के नए मरीजों को एमएमडीपी किट के साथ कंबल भी दिया गया। शनिवार को भी स्थायी सत्रों पर ब्लड के नमूने लिए गए।
26 एवं 27 तारीख को रैंडम साइट पर लोगों के ब्लड सैंपल एकत्र किए जाएगें। जिले में नाइट ब्लड सर्वे के लिए कुल 36 साइट बनाए गए थे।
ठंड के लिए अलाव और शामियाने की व्यवस्था:
डॉ रविन्द्र कुमार यादव ने बताया कि ठंड के मद्देनजर अलाव एवं बिना छत वाले सत्र स्थलों पर सामियाने लगाकर सैंपल एकत्र किया गया। वहीं सत्र स्थल के साज सज्जा, पानी एवं अन्य जरुरत के सामानों के इंतजाम में स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने काफी योगदान दिया। सत्र स्थल पर सर्वजन दवा अभियान के तहत लोगों को दवाएं खाने के लिए भी जागरूक किया गया। नाइट ब्लड सर्वे के दौरान जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ रविन्द्र यादव, पीरामल से सोमनाथ ओझा, प्रभाकर कुमार, जीविका डीपीएम, आइसीडीएस सहित कई पदाधिकारी एवं जनमानस ने भाग लिया।
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