बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. परिवार नियोजन के ऑपरेशन के बावजूद एक महिला गर्भवती हो गई. महिला एक-दो बार नहीं बल्कि तीन बार गर्भवती हो गई. हैरान कर देने वाला यह मामला मुजफ्फरपुर जिले के गायघाट क्षेत्र के केवटसा गांव का है. मामला संज्ञान में आते ही स्वास्थ विभाग में हड़कंप मच गया. महिला ने सिविल सर्जन और डीएम से शिकायत की है. दोषी पर करवाई को लेकर पीड़िता सदर अस्पताल के चक्कर लगा रही है.
पीड़िता ने बताया कि 2015 में गायघाट प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उसने परिवार नियोजन कराया था. ऑपरेशन करवाने के बाद भी दो बच्चे हो गए वही अब तीसरा गर्भ में है. महिला के पहले से चार बच्चे थे. उसने कहा कि वह अब 7 बच्चों को कैसे पालेगी? पीड़ित महिला को इसकी चिंता सता रही है. महिला ने बताया कि वह काफी गरीब परिवार से हैं. पति मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण करते हैं.
महिला के पति नीरज सिंह ने बताया कि वह मेहनत-मजदूरी करके जीवन यापन करते हैं. लगभग 20 साल पहले उनकी शादी हुई थी. शादी के बाद हमें चार संताने हुईं. उन्होंने बताया कि डॉक्टर की सलाह पर 2015 में पत्नी का परिवार नियोजन ऑपरेशन गायघाट पीएचसी में लगे कैंप में करवा दिया. परिवार नियोजन ऑपरेशन के 3 साल के बाद 2018 में पत्नी फिर से गर्भवती हो गई. इसकी जानकारी तत्कालीन सिविल सर्जन को दी गई.
शिकायत के बाद सिविल सर्जन ने जांच के आदेश दिए हैं. जांच के क्रम में ही 2018 में बेटे और 2020 में बेटी का जन्म हुआ. एक बार फिर साल 2023 में महिला गर्भवती हो गई. अब इसे लेकर गर्भवती महिला का पूरा परिवार चिंतित है. पीड़ित महिला के पति ने बताया कि सबका भरण पोषण कैसे करेंगे?
पति ने कहा कि ऑपरेशन के बाद जब पहला बच्चा हुआ तभी जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया था कि मामले में उचित जांच कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. पूरे मामले को लेकर प्रभारी सिविल सर्जन डॉक्टर रेहान अशरफ ने कहा कि मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि यह नसबंदी उनके समय की नहीं है. इसके बावजूद उन्होंने मामले की जांच की बात कही है.
बार-बार गर्भवती हों रही महिला इस बात की शिकायत लेकर सदर अस्पताल के सीएस कार्यालय में सोमवार को पहुंची. जहां से महिला और उसके पति को आश्वासन दिया गया कि इसकी जांच संबंधित पीएचसी प्रभारी को करने के लिए कहा गया है. इस मामले पर कार्रवाई की जा रही है.
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