- बीएसपीएचसीएल एवं अनुषंगी कंपनियों के 11वें स्थापना दिवस वर्षगांठ पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया ऊर्जा प्रक्षेत्र की योजनाओं का शिलान्यास, कार्यारंभ, लोकार्पण व उद्घाटन
- योजनाओं की कुल लागत ₹ 13934.89 करोड़
पटना। स्थापना दिवस वर्षगांठ के अवसर पर ऊर्जा ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में ऊर्जा प्रक्षेत्र की विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया गया, जिसमें राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों के शेष 112 लाख उपभोक्ताओं के परिसर में स्मार्ट प्रीपेड मीटर के अधिष्ठापान करने के राज्य योजना के अंतर्गत 12509.74 करोड़ रुपए की लागत की योजना का कार्यारंभ मुख्य है।
राज्य योजना के अंतर्गत पाली, परसाही, बसैठा, सिताब दियारा, लखनपुर, वैशाली ग्रीड कैंपस में 33/11 KV में 2×10 MVA शक्ति उपकेंद्रों का कार्यारंभ किया गया। इसके अलावा सुपौल एवं मीरगंज में दो प्रमंडलीय नियंत्रण कक्षों का भी कार्य आरंभ किया गया।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऊर्जा विभाग के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई देते हुए अपने संबोधन में कहा कि 700 मेगावाट से 7000 मेगावाट का सफर काबिले तारीफ है। सभी के मेहनत की बदौलत हम यह उपलब्धि हासिल कर पाए हैं और आगे भी इसे जारी रखना है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कृषि विद्युत संबंध योजना के अंतर्गत अब तक 3.75 लाख किसानों को सस्ते दर पर कृषि कनेक्शन दिया जा चुका है और वित्तीय वर्ष 2026-27 तक बाकी बचे हुए लगभग 4.79 किसानों को भी कनेक्शन दे दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव को युद्ध स्तर पर कार्य करते हुए स्मार्ट प्रीपेड मीटर इंस्टालेशन का काम समाप्त करने का निर्देश दिया। साथ ही मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर लाइट योजना का भी कार्य शीघ्र पूरा करने को कहा।
सौर ऊर्जा के विषय में उन्होंने कहा कि सभी सरकारी भवनों पर सोलर प्लेट लगाया जा रहा है, जिससे बिजली कंपनी को मुनाफा हो रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा सभी प्राइवेट कंपनियों के अधिकारियों से भी आग्रह किया जा रहा है कि वे भी अपने कार्यालयों में सौर ऊर्जा का प्रयोग करें।
मौके पर उर्जांत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि पिछले 58 वर्षों में पहली बार बिजली कंपनी ने मुनाफा कमाया है और इस उपलब्धि के लिए सभी पदाधिकारीगण, अधिकारी एवं कर्मचारी बधाई के पात्र हैं। उन्होंने स्मार्ट प्रीपेड मीटर इंस्टालेशन के विषय में कहा कि आज बिहार पूरे देश में अग्रणी है। राज्य में अब तक कुल 20.3 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं जो देश में कुल अधिष्ठापित स्मार्ट प्रीपेड मीटर का 80 प्रतिशत से ज्यादा है। उन्होंने कहा कि विद्युत कंपनियों द्वारा छः चयनित एजेंसियों के माध्यम से वर्षवार विस्तृत माइक्रो प्लान बनाते हुए राज्य के सभी उपभोक्ताओं के परिसरों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने की रणनीति तैयार कर कार्यारंभ कर लिया गया है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के दूरदर्शी जल-जीवन-हरियाली अभियान और राज्य सरकार के सात निश्चय 2 के अंतर्गत सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने हेतु अगले दो वर्षों में 1000 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन की कार्य योजना तैयार की गई है।
ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव एवं बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक संजीव हंस ने 11वें स्थापना दिवस पर सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी के दिशा निर्देश एवं ऊर्जा मंत्री जी के बेहतर नेतृत्व में आज राज्य की विद्युत कंपनी देश की सफलतम विद्युत कंपनियों में से एक है। यह हमारे लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि हमारे यहां कुल 12,300 से अधिक कर्मी कार्यरत हैं, 25000 से अधिक मानवबल जुड़े हैं एवं लगभग 35,000 कामगार हैं। इन सभी लोगों का कौशल। इन सभी का कौशल विकास होने के साथ ही रोजगार मिला है।
उन्होंने आगे कहा कि राज्य की दोनों वितरण कंपनियों को वित्तीय वर्ष 2019-20 से वित्तीय वर्ष 2022-23 तक बिलिंग एवं राजस्व संग्रहण कार्य में निरंतर अनुश्रवण के फलस्वरूप ए.टी. एंड सी हानि 35.23 से घट कर 24.11 प्रतिशत हो गई है। चालू वित्तीय वर्ष में 22.97 प्रतिशत एवं वित्तीय वर्ष 2024-25 में 18.75 प्रतिशत तक ले जाने का लक्ष्य है।
इस अवसर पर मद्य निषेध एवं निबंधन विभाग के मंत्री सुनील कुमार, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री आलोक कुमार मेहता, मुख्यमंत्री के दोनों प्रधान सचिव दीपक कुमार, डॉ एस सिद्धार्थ, एनबीपीडीसीएल के प्रबंध निदेशक डॉ आदित्य प्रकाश भी उपस्थित थे। एसबीपीडीसीएल के प्रबंध निदेशक महेंद्र कुमार द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया।
36