बिहार के जमुई जिले के सिकंदरा थाना क्षेत्र के पोहे गांव में वार्ड नंबर 2 स्थित आंगनबाड़ी केंद्र से गुप्त सूचना के आधार पर सिकंदरा पुलिस ने भारी मात्रा में शराब की खेप बरामद की है, जिसे देखकर लोग हैरान रह गए।
कहने को तो बिहार में पूर्ण रूप से शराबबंदी है। यहां शराब पीना, पिलाना और बेचना अपराध है। अगर शराब बेचने और पीने में कोई व्यक्ति पकड़ा जाता है तो उसे जेल की हवा खानी पड़ती है। लेकिन इन सब के बावजूद जमुई जिले में धड़ल्ले से शराब की तस्करी हो रही है। तस्कर अलग-अलग हथकंडे अपना कर शराब की तस्करी कर पुलिस को चुनौती दे रहे हैं। हलांकि पुलिस शराब तस्करी और इसके काले कारोबार पर लगाम लगाने की पूरी कोशिश कर रही है। लेकिन इसके धंधे में लगे तस्कर पुलिस पर भारी पड़ रहे हैं।
इस संबंध में जानकारी देते हुए सिकंदरा थानाध्यक्ष विजय कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि पोहे गांव के वार्ड नंबर 2 स्थित आंगनबाड़ी केंद्र में भारी मात्रा में शराब की खेप को वाहन से उतारा जा रहा है। उसके बाद पुलिस त्वरित कार्रवाई करते हुए मौके पर पहुंची और आंगनबाड़ी केंद्र के कमरे की तलाशी ली गई। जहां आंगनबाड़ी केंद्र के पिछले कमरे से 35 कार्टून विदेशी शराब, दर्जनों कैन और बीयर को बरामद किया गया।
थानाध्यक्ष ने बताया कि जब्त शराब झारखंड निर्मित इंपीरियल ब्लू 750 एमएल की करीब 420 बोतल, रॉयल स्टैग, किंगफिशर और कैन बियर दर्जनों की संख्या में बरामद किए गए हैं। इधर, स्थानीय लोगों ने कहा कि इतनी सख्ती के बावजूद तस्कर शराब को तस्करी कर झारखंड से बिहार ला रहे हैं। ऐसे में पुलिस पर सवाल खड़ा होना लाजमी है।
