अशोक वर्मा
मोतिहारी : नगर के ऐतिहासिक गांधी संग्रहालय सभागार में कस्तूरबा गांधी की जयंती समारोह का आयोजन बडे ही श्रद्धा के साथ मनाया गया ।कार्यक्रम का शुभारंभ संयोजक जेपी सेनानी राय सुंदर देव शर्मा एवं ग्रीन एण्ड क्लीन सामाजिक संस्था के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह के माल्यार्पण के साथ हुआ। राय सुंदर देव शर्मा ने कहा कि कस्तूरबा गांधी आजादी की लड़ाई में गांधी के लिए एक शक्ति स्वरूपा थी। जब चंपारण सत्याग्रह में गांधी जी जिले की समस्याओं को नजदीक से देखा तो उन्होंने शिक्षा ,स्वच्छता एवं चिकित्सा की कमी को देखा और उन्होंने भाषण नहीं दिया बल्कि समाधान की दिशा में काम किया। उन्होंने चिकित्सक डॉक्टर लाल को दूसरे प्रदेश से बुलाकर यहां के लोगों के बीच चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई। बुनियादी पाठशालाएं खोली तथा स्वच्छता के लिए वे खुद भी झाड़ खुरपी लेकर निकल जाते थे। शर्मा ने कहा कि नारी को शक्ति कहा गया है और सच में कस्तूरबा शक्ति बनकर गांधी को शक्तिशाली बना दिया। गांधी जी ने जब स्कूल की स्थापना यहां की तो कस्तूरबा के ऊपर उसकी जिम्मेदारी आ गई ।उनको बापू ने शिक्षा एवं स्कूल का प्रभारी बनाया। कस्तूरबा जी गांधी जी के साथ हमेशा लगी रही और उनको सहयोग देती रही। अमरिंदर सिंह ने कहा की कस्तूरबा गाधी भारतीय नारी की जीवंत मिशाल थी। कस्तूरबा गांधी सादगी की प्रतीक थी। स्वतंत्रता आंदोलन में अपना संपूर्ण जीवन लगा देने वाली महिला शक्ति की मिसाल थी। नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने उन्हें राष्ट्र माता कहकर संबोधित किया था। कार्यक्रम मे काफी गांधीवादी शामिल हुये थै।
