सोनपुर मेले में लगा 15दिवसीय ब्रह्मकुमारी का 12 ज्योर्तिलिंगम मेला का समापन

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अशोक वर्मा

सोनपुर : विश्व प्रसिद्ध सोनपुर मेला में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित 15 दिवसीय 12 ज्योर्तिलिंगम मेला, आध्यात्मिक  एवं नशा मुक्ति प्रदर्शनी का समापन गुरुवार को हुआ। समापन सत्र को संबोधित करते हुए बिहार झारखंड प्रभारी राजयोगी बीके  रानी दीदी ने कहा कि विश्व प्रसिद्ध इस सोनपुर मेले में सभी को बारह ज्योति लिंगम का दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि भारत देवभूमि है और यहां शिव बाबा की पूजा सभी मंदिरों में होती है,वहा शिवलिंग स्थापित है और भक्त बड़े ही श्रद्धा प्रेम भाव से शिवलिंग पर  जलाभिषेक करते हैं ,दूध चढ़ाते हैं और अंदर के दुर्गुण रूपी कांटा को उन पर अर्पित कर दुर्गुण मुक्त होने का संकल्प लेते हैं। ब्रह्मकुमारी के द्वारा आज ईश्वरीय ज्ञान पूरे विश्व में फैलाया जा रहा है ।अभी अवसर है कोई भी आकर इस ज्ञान को ले सकता है ।उन्होंने कहा कि ज्योति लिंगम के साथ आध्यात्मिक एवं नशा मुक्ति प्रदर्शनी भी आयोजित हुआ जिसे समझाने मे संस्था के भाई-बहनों ने अपनी सेवा दी। समापन सत्र में उपस्थित तमाम अतिथि एवं भाई-बहनों का स्वागत सेवा केंद्र प्रभारी बीके रीमा बहन ने  किया। कार्यक्रम के अतिथि गणो  ने संस्था की सेवा कार्यों की भूरी-भूरी प्रशंसा की और कहा कि यह संस्था  अपने कार्यों के कारण पूरे विश्व में प्रसिद्धि पाई है। उक्त अवसर पर वारिसपुर भगवानपुर से पधारे बी के प्रफुल्ल भाई ने अपने संबोधन में कहा कि अध्यात्म से कटने के कारण ही आज मनुष्य विभिन्न तरह के समस्याओं में पडकर कष्टपूर्ण जीवन जी रहे है। बाबा का यह ज्ञान जिसने भी अपनाया उसका घर परिवार खुशहाल है। मोतिहारी से पधारे मीडिया प्रभारी बीके अशोक बर्मा ने कहा कि परिवर्तन के इस दौर में शिव बाबा का संदेश घर-घर में पहुंचे ताकि घर-घर में बढ़ रहे  कलह क्लेश आदि समाप्त हो। उन्होंने नशा मुक्ति प्रदर्शनी पर भी विस्तार से बताया । 12 ज्योर्तिलिंगम मेला के साथ पडाल में आयोजित आध्यात्मिक प्रदर्शनी को देखने काफी लोग आए और सभी ने चित्रों के रहस्य को समझा। प्रदर्शनी समझाने में बीके मनीषा बहन ,बीके अमन,,बीके रवीन्द्र के अलावा अन्य भाई-बहन थे।

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