गया।प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय अशोक बिहार कॉलोनी की ओर से पावन छठ महापर्व की शुभ अवसर पर हार्दिक शुभकामनाओं के साथ फल तथा शिव संदेश नए संसार सतयुग के आगमन का स्नेह भरा निमंत्रण पर्चा बांटा गया।
चढ़ते सूरज को प्रणाम करने वाली पूजा दुनिया में भारत ही एकमात्र ऐसा देश है ।जहां उगते सूर्य का और ढलते सूर्य को पूरी कृतज्ञता के साथ अर्घ्य देने की परंपरा है। चार दिनों तक चलने वाले छठ महापर्व बिहार ,झारखंड ,उत्तर प्रदेश ,का सबसे बड़ा पर्व है , आज यह पर्व विश्व व्यापी हो गया है। यह भारत में एकमात्र ऐसा पर्व है, जिसमें सभी वर्ग जाति के लोग भाग लेते हैं यह दुनिया का एकमात्र पर्व है , जिसमें किसी भी आधुनिक सामग्री की सलंग्नता नहीं होती। पूजा की जितनी भी सामग्री है सहज ही खेतों से प्राप्त होने वाली वस्तु फल सब्जी आदि होती है और सीधे प्रकृति से जुड़ने का संदेश देती है, जिसमें संपूर्ण शुध्दता और सात्विक होती है। यह छठ महापर्व छठे महातत्व में रहने वाले ज्ञान सूर्य परमात्मा शिव के इस धरती पर साकार रूप में अवतरण “द्वारा सभी मनुष्य आत्माओं को छठी इंद्रिय ।अर्थात दिव्य नेत्र या तीसरा नेत्र प्राप्त होता है जिससे हमारे जीवन में संपूर्ण सुख शांति संपन्न देव तुल्य जीवन बन जाता है और यही भारत फिर सतयुग स्वर्ग बन जाता है।
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