गया। ओबीसी महासभा बिहार के प्रदेश अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय जनता दल बिहार के प्रदेश महासचिव एड० बीरेन्द्र कुमार उर्फ बीरेन्द्र गोप ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि केन्द्र सरकार द्वारा देश के प्रतिष्ठित अस्पताल एम्स एवं केंद्र अधीनस्थ अस्पतालों में निकाले गये बहाली के आवेदन शुल्क सामान्य वर्ग के छात्रों के बराबर ओबीसी वर्ग के छात्रों का रखा जाना एवं ईडब्ल्यूएस के तहत वही सामान्य वर्ग के छात्रों का आवेदन शुल्क कम रखकर केन्द्र सरकार पिछड़ा वर्ग के छात्रों के साथ दोहरी नीति अपना रही है। बीरेन्द्र गोप ने कहा कि आठ लाख प्रतिवर्ष आय वाले छात्रों का आवेदन शुल्क 2400 और छ: लाख प्रतिवर्ष आय वाले छात्रों का आवेदन शुल्क 3000 रखा जाना कहीं से न्यायोचित नहीं है। एक तरफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सबका साथ सबका विकास की बात करती हैं तो दूसरे तरफ पिछड़ा वर्ग के छात्रों के साथ भेदभाव कर खुद पर पिछड़ा विरोधी होने का मुहर लगा दी है,जिसकी जितनी भी निंदा की जाए कम होगी। बीरेन्द्र गोप ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से समान्य वर्ग के छात्रों की तरह पिछड़ा वर्ग एवं अनुसूचित जाति,अनुसूचित जनजाति के छात्रों को भी ईडब्ल्यूएस प्रमाण पत्र जारी कर सरकारी एवं नीजि संस्थानों में आरक्षण का प्रावधान करने की मांग की है। इसके साथ ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण पर तंज कसते हुए कहा कि एक तरफ मुख्यमंत्री हवाई सर्वेक्षण कर रहे हैं तो दूसरे तरफ उनके ही मंत्री वर्चस्व की लड़ाई में एक दूसरे पर आरोप लगाकर आपस में सर फुटव्वल करने में लगे हुए हैं जो बाढ़ पीड़ितों के जख्मों पर नमक छिड़कने जैसा कार्य है।
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