- सूबे के 13 जिले में 10 अगस्त से चलेगा सर्वजन दवा सेवन अभियान
- इस दौरान सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में लगेगा 17 दिवसीय बूथ
- 27-29 अगस्त तक सभी सरकारी व प्राइवेट विद्यालयों में लगेगा बूथ
- 30 अगस्त से 5 सितम्बर के बीच एक सप्ताह चलेगा मॉप-अप राउंड
पटना। 10 अगस्त से शुरू होने वाले सर्वजन दवा सेवन अभियान के लिए दवा के शत प्रतिशत कवरेज के लिए विशेष रणनीति अपनायी जा रही है। हाल ही में हुए स्टेट टास्क फोर्स की बैठक में तय किया गया था कि 17 दिन तक चलने वाले इस अभियान के दौरान सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर बूथ लगाकर दवा का सेवन कराया जाएगा। शहरी क्षेत्रों में अधिक प्रयास करते हुए विशेष माइक्रो प्लान के अनुसार फाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन कराया जाएगा। सरकारी अस्पतालों के अलावा 27 अगस्त से 29 अगस्त तक सर्वजन दवा सेवन अभियान वाले 13 जिलों में स्थित सभी सरकारी व प्राइवेट विद्यालयों में बूथ लगाकर फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन कराया जाएगा। इसके बाद 30 अगस्त से 5 सितम्बर के बीच एक सप्ताह का मॉप-अप राउंड चलाया जाएगा। मॉप-अप राउंड के दौरान छूटे हुए एवं इंकार किए हुए सभी लोगों को दवा का सेवन कराया जाएगा।
एनसीवीबीडीसी के अपर निदेशक का मिला था सुझाव:
शहरी क्षेत्रों में फाइलेरिया रोधी दवा खिलाने को लेकर नेशनल सेंटर फॉर वेक्टर बॉर्न डिजीज कंट्रोल की संयुक्त निदेशक डॉ छवि पंत जोशी ने बिहार भ्रमण के दौरान शहरी क्षेत्र पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया था। उनके निर्देश के बाद शहरी क्षेत्रों के लिए विस्तृत माइक्रो प्लान का निर्माण कर क्षेत्र के सभी आवासीय कॉलोनियों, अपार्टमेंट, सभी सरकारी व प्राइवेट कार्यालय, कोचिंग सेंटर, छात्रावास, प्राइवेट व सरकारी बैंक, ईंट-भट्ठों, सेमी अर्बन क्षेत्र सहित अन्य सभी जगहों में कैंप लगाकर फाइलेरिया से बचाव की दवा सेवन कराई जाएगी।
इन 13 जिलों में होगा सर्वजन दवा कार्यक्रम:
जिन 13 जिलों में 10 अगस्त से सर्वजन दवा कार्यक्रम शुरू हो रहा है उसमें भोजपुर, बक्सर, किशनगंज, मधेपुरा, पटना, पूर्णिया, दरभंगा, मधुबनी, लखीसराय, नवादा, नालंदा, रोहतास और समस्तीपुर शामिल है।
