बिहार में इन दिनो ब्रिज गिरने का शिलसीला लगातार जारी है। ताजा मामला बिहार के मधुबनी जिले का है जहां मधुबनी के मधेपुर प्रखंड में भुतही नदी पर निर्माणाधीन पुल का गार्डर गिर गिया। ग्रामीण कार्य विभाग की ओर से वर्ष 2021 से ही पुल का निर्माण कार्य चल रहा है। 2 दिन पहले ही गार्डर की ढलाई की गई थी। ढलाई के 2 दिन बाद ही ये भरभराकर गिर गई।
आपको बता दे कि 2.98 करोड़ की लागत से 4 पिलर वाला पुल का निर्माण कराया जा रहा था। जानकारी के मुताबिक बारिश की वजह भुतही बलान नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया। जलस्तर बढ़ने से यह हादसा हुआ है। मामले की सूचना पर जेई, एग्जीक्यूटिव इंजिनियर और विभाग के सहायक अभियंता ने घटनास्थल पर पहुंचे कर मामले की जानकारी ली।
अधिकारियों ने बताया कि गार्डर की ढलाई करने के बाद नदी के जलस्तर में अचानक वृद्धि हो गई। जिस कारण इसमें लगे शेटरिंग पानी के तेज बहाव में बह गया। जिसके चलते ये गार्डर गिरी है।
उन्होंने आगे कहा कि नदी के जलस्तर में कमी आने पर नए सिरे से गार्डर का निर्माण कार्य किया जाएगा। इस संबंध में संवेदिक को जरूरी दिश-निर्देश दिया गया है।
आपको बता दे कि पिछले 10 दिन के अंदर पुल से जुड़ा ये पांचवा मामला है। इससे पहले 18 जून को अररिया के सिकटी में बकरा नदी पर बना पुल नदी में समा गया। इस पुल को उद्घाटन का इंतजार था। पुल 12 करोड़ रुपए की लागत से बना था। पिछले 13 साल में यह पुल तीसरी बार बन रहा था। इस मामले में दो इंजीनियर को सस्पेंड कर दिया गया था। साथ ही एजेंसी को ब्लैकलिस्ट करने का निर्देश दिया गया था।
वही 22 जुलाई को सीवान के महाराजगंज अनुमंडल के पटेढ़ा और गरौली गांव के बीच गंडक नहर पर बना पुल अचानक टूट गया। एक पिलर के धंसते ही पुल भर-भराकर नहर में समा गया।
हादसे का लाइव वीडियो भी सामने आया था, जिसमें साफ दिख रहा है कि पिलर अपनी जगह से खिसकता है, धीरे-धीरे पुल धराशायी हो जाता है। पुल के टूटने से दो गांव के बीच का आवागमन पूरी तरह से ठप हो गया था।
वही अररिया और सीवान के बाद 23 जून को मोतिहारी में पुल ढलाई के एक दिन बाद ही ध्वस्त हो गया था। 22 जून शनिवार को पुल का ढलाई हुआ था, जो रात में ही अचानक भरभरा कर गिर गया। जिसपर ग्रामीणों की नजर रविवार की सुबह पड़ी। जिसके बाद इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
27 जून को किशनगंज के बहादुरगंज प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत डूबाडांगी गांव के समीप से होकर बहने वाली कनकई नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया था। इस कारण नदी में बना पुल का पाया धंस गया। उक्त पुल का निर्माण करीब 6 साल पहले किया गया था। जानकारी के मुताबिक मरिया नदी के जलस्तर में इजाफा होने से पुल का पाया धंस गया था।
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