नालंदा में शुक्रवार की सुबह विचाराधीन कैदी की संदिग्ध स्थिति में मौत हो गई। वो पिछले तीन सप्ताह से मंडल कारा बिहार शरीफ में बंद था। मृतक की पहचान नगर थाना क्षेत्र के नईसराय निवासी छोटे राम के बेटे राजू कुमार (19) के रूप में की गई है।
कैदी की तबीयत बिगड़ने पर आज सुबह आनन-फानन में जेल पुलिस ने सदर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी मौत हो गई। राजू कुमार की मौत के बाद परिजन उग्र हो गए और शव को सड़क पर रखकर हंगामा किया। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने जेल भेजने से पहले तीन दिन तक उसकी बहुत पिटाई की थी। इसलिए उसकी जान गई।
इधर हंगामा शांत कराने के दौरान भीड़ पर डीएसपी ने पिस्तौल तान दी। जिसके बाद भीड़ कम हुई। राजू कुमार को पुलिस ने 10 मार्च को ब्राउन शुगर और कैश के साथ पकड़ा था।
मौत के बाद गुस्साए परिजनों ने शव को हॉस्पिटल मोड़ पर रख कर जाम लगा दिया। परिजनों का आरोप है कि युवक को किसी प्रकार का रोग नहीं था, पुलिस के टॉर्चर से उसकी मौत हुई है। आक्रोशितों ने सड़क पर टायर जलाया है। सूचना पर पहुंची पुलिस को भीड़ ने रोड़ेबाजी कर खदेड़ा दिया है। भीड़ को देखते हुए पुलिस वाले पहले फरार हो गए हैं।
बवाल बढ़ता देख मौके पर एसडीओ, डीएसपी और तीन थानों की पुलिस पहुंची। हंगामा शांत कराने के दौरान भीड़ पर डीएसपी ने पिस्तौल तान दी। जिसके बाद भीड़ थोड़ी कम हुई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा है। फिलहाल जाम की स्थिति बनी हुई है।
सदर एसडीओ ने कहा कि कैदी की खून की उल्टी हुई। इसके बाद कैदी को इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। जिसके बाद परिजनों ने शव को लेकर सड़क पर रखकर हंगामा किया। फिलहाल शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद अगर कोई दोषी पाए जाते है तो कार्रवाई की जाएगी।
मृतक के भाई ने बताया कि 25 दिन पहले नगर थाना की पुलिस ने झूठे आरोप में उसके भाई को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई और तीन दिनों तक थाने में रखकर उसकी पिटाई की गई। जिसके कारण उसके भाई की तबीयत खराब हो गई। उन लोगों ने नगर पुलिस एवं जेल पुलिस से बेहतर इलाज के लिए गुहार लगाया था। लेकिन किसी के द्वारा कोई मदद नहीं की गई। शुक्रवार की सुबह जेल पुलिस से सूचना मिली कि उसके भाई की तबीयत ज्यादा खराब है। इसी सूचना पर वे लोग सदर अस्पताल पहुंचे जहां उनके भाई की मौत हो चुकी थी।
नालंदा नगर थाना की पुलिस ने कांड संख्या 202/24 में राजू कुमार समेत कुल 6 आरोपियों को 39 पुड़िया ब्राउन शुगर और 28 हजार कैश के साथ 10 मार्च को नगर थाना पुलिस ने गौरागढ़ स्थित नीम के पेड़ के पास से गिरफ्तार किया था।
एनडीपीएस एक्ट में राजू जेल गया था। परिवार वालों के चीत्कार से अस्पताल परिसर गमगीन हो गया। युवक 3 भाई और एक बहन में सबसे छोटा था।
जेल सुपरिंटेंडेंट ने बताया कि शुक्रवार की सुबह खून की उल्टी हुई इसके बाद विचाराधीन कैदी को इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा गया। जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। दो सप्ताह पूर्व ही ब्राउन शुगर के मामले में जेल आया था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का खुलासा हो सकेगा।
