- योगी अखिलेश्वर दास करेंगे फाइलेरिया से बचाव की दवा खाने की अपील
- धर्म संसद सह शांत सम्मेलन के आयोजन में एमडीए/आईडीए पर हुआ उन्मुखीकारण
शिवहर। शहर के बागमती कॉलोनी के प्रांगण में आयोजित विराट हिन्दू धर्म संसद सह शांत सम्मेलन के आयोजन के दौरान स्वास्थ्य विभाग तथा स्वास्थ्य विभाग के सहयोगी संस्थानों पिरामल फाउंडेशन तथा पीसीआई के संयुक्त प्रतिनिधि मंडल के द्वारा फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के उन्मुखीकरण के संदर्भ में विराट हिन्दू महासम्मेलन सह धर्म संसद के मुख्य आयोजक योगी अखिलेश्वर दास से संवाद स्थापित किया गया है।
पिरामल फाउंडेशन के प्रतिनिधि अमित कुमार ने अपने संबोधन के माध्यम से आयोजन स्थल पर उपस्थित सभी लोगों का फाइलेरिया से बचाव संबंधित उन्मुखीकरण किया। लोगों को फाइलेरिया विमारी के गंभीर दुष्प्रभाव तथा इसके बचाव से संबंधित विस्तृत संवाद स्थापित किये। साथ ही लोगों को स्वास्थ्य विभाग के दवा सेवन कराने वाले दलों को सहयोग करने तथा सभी को दवा सेवन करने का अपील की।
उन्मुखीकरण के दौरान लोगों के द्वारा गंभीरता से बातों को सुनना सराहनीय था। लोगों ने सुनने के दौरान जागरुकता में अपनी सहभागिता को सुनिश्चित करने पर हामी भरी।
जिसके अंदर माइक्रो फाइलेरिया उसी को प्रतिकूल असर:
जिला भीबीडीसी पदाधिकारी डॉ सुरेश राम ने बताया कि यह दवा किसी बीमारी की नहीं उससे बचाव की है। अगर किसी में दवा खाने के बाद कुछ लक्षण जैसे उल्टी, चक्कर होता है तो इसका स्पष्ट अर्थ है कि उनके अंदर माइक्रोफाइलेरिया है। उनके मरने पर कुछ टॉक्सिन का स्राव होता है, जिस कारण हमें सामान्य से प्रतिकूल लक्षण प्रतीत होते हैंं। थोड़े से आराम से यह स्वत: कुछ देर बाद ठीक हो जाता है। डॉ राम ने बताया कि अगर सही तरीके से समझाया जाए तो शायद ही कोई दवा खाने से मना करे। जिसके दौरान भीबिडीसी कामेश्वर, पिरामल फाउंडेशन के पी एल नवनित तथा पीसीआई के डीएमसी अमित कार्यक्रम स्थल पर उन्मुखीकरण के दौरान मौजूद रहे।
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