जड़ी-बूटी दिवस पर पतंजलि के महिला एवं पुरुष प्रभाग के सदस्यों ने हाथ में जड़ी-बूटी लेकर किया प्रदर्शन

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  •  संयमित जीवनशैली ,योग एवं सात्विक आहार स्वस्थ जीवन का है आधार- किरण शर्मा
अशोक वर्मा
मोतिहारी : जड़ी-बूटी दिवस के अवसर पर नगर के गांधी चौक पर पतंजलि के  महिला पुरुष  सदस्यों द्वारा हाथों में जड़ी बूटी लेकर नगर के गांधी चौक पर भव्य प्रदर्शन  किया गया। इस अति आकर्षक कार्यक्रम का नेतृत्व भाजपा  महिला सेल की पूर्व जिला अध्यक्ष एवं पतंजलि महिला प्रभाग की जिलाध्यक्ष किरण शर्मा ने किया।
जड़ी-बूटी के रहस्य पर प्रकाश डालते हुए वक्ताओं ने कहा कि परमात्मा ने हमें मुफ्त में हर  बीमारी के इलाज के लिये  जड़ी बूटी  दिया है ।इन जड़ी बूटियों का सेवन प्राचीन काल में  लोग करते थे। उस समय  आधुनिक चिकित्सा का नामोनिशान नहीं था।  जड़ी बूटी आधारित आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति के द्वारा हीं सफल  इलाज किया जाता था ।परंतु समय बदलने के साथ -साथ भारतीय जड़ी बूटी का विदेशी वैज्ञानिकों ने जमकर दोहन  किया और उसे आधुनिक स्वरूप देकर जमकर पैसे कमाए।
महिला पतंजलि की अध्यक्ष किरण शर्मा ने कहा कि भारतीय जड़ी बूटी में जादुई शक्ति है और इसके पुराने स्वरूप को बढ़ाने में बाबा रामदेव की महत्वपूर्ण भूमिका  है।पतंजलि के गठन के बाद पूरे देश ही नहीं विश्व में भारत की प्रतिष्ठा बढी है। कोरोना काल में दुनिया वालों ने देखा है कि जहां सभी पैथ असफल हुये  वहां आयुर्वेद सफल रहा ।देश के प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी एवं आयुष मंत्रालय द्वारा जारी कोरोनावायरस से निपटने के लिए काढा  का जो फार्मूला प्रचारित किया गया, वह रामबाण का काम किया ।जंगल झाडियों मे बेतहासा उगनेवाले गुरुच , हल्दी ,लौंग, इलायची, दालचीनी, तुलसी पत्ता ,कड़ी पत्ता ,सेंधा नमक आदि का मिक्स काढा काफी कारगर साबित हुआ । श्रीमती शर्मा ने रामायण को उद्धृत करते हुए कहा कि जब लक्ष्मण जी बाण लगने से मूर्छित हो गए तो संजीवनी बूटी का पहाड़ उठाकर हनुमान जी ने ला दिया और उसकी बूटी के सेवन के बाद लक्ष्मण  जी सुरजीत हुए । आयुर्वेद में हमें जड़ी-बूटी के रूप में बहुत से ऐसे पौधे  हमारे आसपास उगे हुए मिलेंगे जिससे हम अपनी चिकित्सा कर सकते हैं। किरण शर्मा ने यह भी कहा कि बाबा रामदेव द्वारा बताए गए योग विधि को अगर हर मनुष्य अजमावे तथा संयमीत  जीवन शैली रखें ,शुद्ध आहार ले और नियमित योग करें तो बहुत सी बीमारियों से बच  सकता है, लेकिन अगर बीमारी  हो जाती है तो जड़ी-बूटी से  निर्मित आयुर्वेदिक दवा काफी कारगर सिद्ध होगी ।भगवान ने हमें तमाम जड़ी बूटियों को मुफ्त में दिया है । कार्यक्रम रोचक, आकर्षक एवं दर्शनीय था जिसमें काफी संख्या में पतंजलि के लोगों ने भाग लिया।
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