अशोक वर्मा
माउंट आबू ज्ञान सरोवर राजस्थान : प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय माउंट आबू द्वारा ज्ञान सरोवर के रमणीक परिसर में आयोजित पांच दिवसीय “परम उत्कृष्ट समाज के लिए कलाकार का किरदार ” विषयक सेमिनार के समापन के प्रथम सत्र में अनुभव साझा का बड़ा अनोखा कार्यक्रम हुआ तथा दूसरे सत्र में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का भव्य आयोजन हुआ
अनुभव साझा कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ब्रम्हाकुमारी के पीस ऑफ माइंड एवं संपूर्ण मीडिया के अंतरराष्ट्रीय हेड राजयोगी बीके करूणा भाई ने कहा कि परमात्मा शिव बाबा परम कलाकार है और उनका कार्य निर्बाध गति से चल रहा है। वैसे भी दुनिया के लोग अक्सर कहते हैं कि हम सभी इस दुनिया रूपी रंगमंच के कलाकार हैं और निर्धारित समय के लिए अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं। कलाकार हमेशा अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से वाहवाही लूटना चाहता है वह तालियों के बीच जीना चाहता है तो क्यों नहीं सभी कलाकार समाज निर्माण के लिए सकारात्मक मूल्य आधारित समाज को जोड़ने वाला , प्रेम रस से भरपूर श्रेष्ठ कला का प्रदर्शन करें। उनके अच्छे प्रदर्शन पर परमात्मा भी ताली बजाएंगे और भरपूर शक्ति से संपन्न भी करेगे। आर्ट एंड कल्चर बैंक की हेड राजयोगिनी बीके चंद्रिका दीदी ने राजयोग से प्राप्त होने वाली शक्ति पर विस्तार से प्रकाश डाला। मुंबई की फिल्म कलाकार अंजलि ने कहा कि 2019 में पहली बार मैं माउंट आबू आई थी उसके बाद मेरे अंदर अचानक परिवर्तन हुआ। मेरा भोजन शुद्ध और शाकाहारी हो गई। अमृतवेला मे उठनी लगी। इसके लिए मेरे उपर किसी का दबाव नहीं पड़ा सब कुछ स्वत: होता चला गया। बी के शशि शर्मा अभिनेत्री निर्माता-निर्देशक ने कहा कि मैं पहले थिएटर में थी, कत्थक डांसर के रूप में आज भी हूं ।श्री कृष्ण, अर्जुन पंडित फिल्म मे मेरा प्रभावशाली रोल रहा ।आज तक 200 फिल्म , 250 सीरियल में काम की लेकिन कहीं भी सुख शांति की अनुभूति नहीं हुई, परंतु ब्रह्माकुमारी संस्था में आने के बाद प्राप्ति हीं प्राप्ति है ,काफी सुकून है , तनावपूर्ण जीवन से मुक्ति मिल गई ।उन्होंने यह भी कहा कि परमात्मा का पहला निर्देश श्रेष्ठ और पुनीत कार्य करना है लेकिन आत्मा की शक्ति कम होने से आज दुनिया भटकाव की शिकार है मूल्यों का ह्रास तेजी से हो रहा है । सहज राजयोग के अभ्यास से हम भटकाव से सही दिशा की ओर जा सकते हैं । राजश्री प्रोडक्शन में काम कर चुके तिलोकचंद भाई ने कहा कि आज तक मैंने 60 टीवी शो में काम किया हूं लेकिन जब से यहां आना शुरू किया तब से मेरे अंदर की सोई हुई शक्ति धीरे-धीरे उभरकर मुझे अपने विधा में निरंतर आगे बढ़ाने लगी। फिल्म कलाकार हेमंत ने कहा कि पहली बार आया हूं लेकिन आ करके जब यहां के महान कार्य को देखा तो अपने ऊपर गलानी भी हुई कि क्यों नहीं मैं पहले यहां आया। मोहन सिंह ने कहा कि परम कलाकार परमात्मा से निकट का संबंध जोड़ कर हम अपने कार्य को उत्कृष्ट कर सकते हैं । आर्ट एंड कल्चर विंग की हेड राजयोगिनी बीके चंद्रिका दीदी ने कहा कि परमात्मा ने चयनित आत्माओं को कला के विभिन्न विधाओं से सशक्त किया लेकिन बदलते दौर में कलाकार भी गिरती कला के शिकार हुए। उन्होंने कहा कि कलाकारों को उपभोक्तावादी संस्कृति से अपने आप को बचा कर रखना होगा क्योंकि समाज निर्माण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। कार्यक्रम मे अनुभव रखनेवालों मे विशाल झा, अभिषेक चौधरी ,नवीन आदि भी थे। कार्यक्रम के दूसरे चरण में देशभर से आए हुए फिल्म एवं स्टेज आर्टिस्टो ने बड़ा ही मनमोहक कार्यक्रम पेश किया ।