अशोक वर्मा
मोतिहारी : मुंबई के बड़े उद्योगपति राजयोगि बीके शशि भाई ने बनियापट्टी स्थित ब्रह्माकुमारी सेवा केंद्र पर आयोजित “पुरुषार्थ का आधार” विषयक सेमिनार को संबोधित करते हुए कहा कि बदलते दौर में अब पुरुषार्थ की गति को तेज करना होगा इसके लिए बाबा पर पूर्ण निश्चय एवं व्यर्थ से मुक्ति आवश्यक है । संगम युग का समय काफी कीमती है और अब नई दुनिया सामने दिखाई पड़ रही है। उन्होंने आरंभ में दैनिक मुरली चलाया तथा मुरली के वरदान पर उन्होंने विशेष रूप से समझानी दी। कहा कि ग्लानी करने वाले ,गाली देने वाले तथा अपमानित करने वालों को गले लगाओ क्योंकि वह बीमार आत्माएं होती है वह परवश हैं। आपका शुभ संकल्प का वाइब्रेशन एक न एक दिन उन्हें सही रास्ते पर ला देगा वह आपके आगे झुकेंगे क्योंकि आपका शुभ प्रति कंपन उनके आंखों पर पडे आवरण को हटा देगा। यद्यपि उसकी ग्लानी आगे बढ़ाने में तथा पुरुषार्थ की गति को तेज करने का कारण बनेगी।किसी का विरोध और अपमान आपके लिए शक्तिशाली उर्वरक का काम करेगा और आपका पुरुषार्थ तेज होगा। उन्होंने कहा कि परिवर्तन की बेला है पूरी दुनिया पर नजर दौड़ावे तो चारों तरफ हाहाकार आरंभ हो चुका है ऐसी स्थिति में हर ब्राह्मण आत्मा को अपने अंदर खुद चेकिंग करनी है क्योंकि जब स्वराज अधिकारी बनना है तो हर तरह की कमी कमजोरी को समाप्त करना होगा किसी भी तरह का सूक्ष्म विकार भी नहीं रहना चाहिए । नई दुनिया का जो रोल होगा वह 5000 वर्ष के लिए होगा वैसी स्थिति में बिल्कुल दाग और विकार मुक्त स्थिति होनी चाहिए ।दैवी गुण को अपने अंदर समाहित कर लेना है जो मुख्य रूप से सर्वगुण संपन्न, संपूर्ण निर्विकारी, 16 कला संपूर्ण ,मर्यादा पुरुषोत्तम और डबल अहिंसक है। इन तमाम गुणो को भरने के लिए ही शिव बाबा का अवतरण भारत की भूमि पर हुआ है। अभी सभी के लिए भाग्य बनाने का अवसर है जो चाहे वह संस्था से जुड़कर अपना भाग्य बन सकता है। सेवा केंद्र प्रभारी बीके विभा बहन ने शशि भाई का विस्तार से परिचय दिया।संगोष्ठी मे उपस्थित रहने वालो मे मुख्य रूप से बीके अशोक , अवकाश प्राप्त अभियंता बीके हरिशंकर,बीके भरत,बीके सवेता,बीके सारिका,बीके पूनम,बीके प्रतिमा, बीके अनिता,बीके गीता आदि थे।
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