गया। भगवान बुद्ध के जन्मदिन के शुभ अवसर पर भगवान बुद्ध की बुद्ध पदयात्रा मार्च जो गांधी मैदान से निकलकर शहर के प्रमुख चौराहा,बाटा मोड, टेकारी रोड,टावर चौक होते हुए कुशवाहा ठाकुरबाड़ी कोइरीबारी में पहुंचने पर राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के द्वारा शांति मार्च में शामिल लोगों को फूलों का पंखुड़ियां उड़ा कर स्वागत किया गया है। सभी आए हुए बुद्ध धधम पदयात्रा
मार्च में शामिल लोगों को तथा आम जनों को भगवान बुद्ध के जन्मदिन के शुभ अवसर पर प्रसाद का वितरण एवं केसर दूध पिलाकर बधाई और शुभकामनाएं दीया गया है । इस अवसर पर राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ मनीष पंकज मिश्रा ने कहा भगवान बुद्ध का जन्म लुम्बिनी में जो आज नेपाल में है। उनका जन्म एक शाही परिवार में हुआ लेकिन ज्ञान की खोज में भिक्षावृति, तपस्वी के रूप में जीने के बाद बोध गया में ज्ञान की प्राप्ति की। भगवान बुद्ध को सृष्टि के पालनहार श्री हरी भगवान विष्णु का नवमा अवतार माना जाता है। भगवान बुद्ध का जीवन दर्शन और विचार आज भी पूरी तरह प्रासंगिक है। महात्मा बुद्ध के जीवन काल की अनेक घटनाएं ऐसी है, जिनसे उनके मन में समस्त प्राणी जगत के प्रति निहित एवं कल्याण की भावना तथा प्राणी मात्र के प्रति दया भाव का साक्षात्कार होता है उनके हृदय बालकांड से ही प्रत्येक वाणी में प्रतीक करुणा कूट-कूट कर भरी थी। मनुष्य हो या कोई भी जीव जंतु किसी का भी दुख उनसे देखा नहीं जाता था। आज भगवान बुद्ध के जन्मदिन के अवसर पर सभी लोग यह संकल्प लें उनके प्रेरणादायक जीवन दर्शन का जनजीवन पर अमिट प्रभाव छोड़ें। कटुता को त्यागेंऔर प्रेम भाईचारा कोबनाए रखें। आज के कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के नेत्री सह वार्ड संख्या 37 के पार्षद सारिका वर्मा के द्वारा किया गया है। इस कार्यक्रम में गया लोकसभा के पूर्व सांसद राम मांझी राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के कार्यवाहक अध्यक्ष राणा रणजीत सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष सुनील बम्बईया, भाजपा नेता राजेंद्र प्रसाद अधिवक्ता, आकाश जयदेव गिरी, संतोष ठाकुर, दीपक पाण्डेय, महेश यादव, बबलू गुप्ता, बिंदुवाला सिन्हा, सोनम कुमारी, शर्मीला देवी, आशा देवी, खुशबू देवी, विक्की बरनवाल, मंटू कुमार हीरा यादव अभिषेक कुमारसहित आदि लोग उपस्थित हुए हैं।
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