अशोक वर्मा
मोतिहारी : मुंशी सिंह महाविद्यालय में महाविद्यालय के संस्थापक दानवीर मुंशी सिंह जी की जयंती धूम धाम के साथ मनाई गई।इस अवसर पर प्राचार्य प्रो.(डॉ.)अरुण कुमार ने संस्थापक मुंशी सिंह,संस्थापक प्राचार्य केशव प्रसाद सिंह,संस्थापक सचिव रामलखन मिश्र और प्रतापी प्राचार्य भोलानाथ सिंह की मूर्तियों पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का श्रीगणेश किया।इसके पश्चात “मुंशी सिंह का शिक्षा जगत में अवदान”विषय पर स्मार्ट क्लास में परिचर्चा का आयोजन किया गया जिसमें विभिन्न विद्वान वक्ताओं ने अपने अपने विचार रखे।इस अवसर पर हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो.(डॉ.)मृगेंद्र कुमार ने कहा कि मुंशी बाबा ने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में युगांतरकारी कार्य कर पूरे चंपारण की राह दिखलाई।अंग्रेजी विभागाध्यक्ष प्रो.(डॉ .)एकबाल हुसैन ने कहा कि मुंशी सिंह ने महाविद्यालय निर्माण के लिए आगे बढ़कर दिल खोल कर दान दिया जिसकी वजह से ब्रिटिश काल में इतने अच्छे महाविद्यालय की स्थापना संभव हो सकी।हम सब ही नहीं,चंपारण का संपूर्ण शिक्षा जगत उनका ऋणी रहेगा।उन्होंने कहा कि मुंशी सिंह जी के नाम पर प्रतिवर्ष उनकी जन्मतिथि पर”मुंशी सिंह स्मृति व्याख्यानमाला”का आयोजन किया जाना चाहिए।कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्राचार्य प्रो.(डॉ .)अरुण कुमार ने कहा कि बाबू मुंशी सिंह चंपारण के धराधाम पर उच्च शिक्षा की गंगा को उतार लाने वाले भगीरथ के समान थे।इस महाविद्यालय से उत्तीर्ण अनेक छात्रों ने राष्ट्र की प्रगति की धारा को आगे बढ़ाने का महनीय कार्य किया है।दानवीर मुंशी सिंह के भाइयों सरयू सिंह और दुन्दबहादुर सिंह ने भी महाविद्यालय के विकास में सहयोग किया।ब्रिटिशकाल में महाविद्यालय की स्थापना एक अनोखा शैक्षिक कार्य था।इस अवसर पर जन्म जयंती को अर्थशास्त्र विभागाध्यक्ष प्रो.अमरजीत कुमार चौबे, वाणिज्य विभागाध्यक्ष डॉ.सलाउद्दीन,डॉ.मनीष कुमार झा और अर्थपाल सुधीर कुमार राव ने भी संबोधित किया।इस अवसर पर गणित विभागाध्यक्ष प्रो.एम.एन. हक़, डा.नीतेश कुमार, डा.रंजन कुमार,डॉ.शफीकुर्रहमान,दिलीप सिंह,हर्षवर्धन,सुनील महाराज सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।कार्यक्रम का संचालन और धन्यवाद ज्ञापन प्रो. ए.के.चौबे ने किया।
