- जिले के 672 निजी स्कूलों व 3292 सरकारी स्कूलों में खिलाई गई एल्बेंडाजोल की गोली
- गुरुवार को जीडी मदर स्कूल से हुई थी शुरुआत
मुजफ्फरपुर। राष्ट्रीय कृमि दिवस के अवसर पर जिले निजी तथा सरकारी स्कूलों सहित आंगनबाड़ी व स्वास्थ्य केंद्रो पर शुक्रवार को एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई गयी। इस दिवस का विधिवत उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ उमेश चंद्र शर्मा ने जीडी मदर स्कूल में किया था। डॉ शर्मा ने बताया कि 1 वर्ष से 19 वर्ष तक के बच्चों को एल्बेंडाजोल की खुराक प्रखंड एवं शहरी क्षेत्र के सभी सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालयों में खिलायी जायेगी। जिला डेटा सहायक सह डीसीएम राजकिरण ने बताया कि डब्ल्यूएचओ फैक्टशीट 2020 के अनुसार दुनिया भर में 150 करोड़ से अधिक लोग या दुनिया की आबादी का 24 प्रतिशत एसटीएच संक्रमण से संक्रमित हैं। वहीं सीएस डॉ यूसी शर्मा ने बताया कि छूटे हुए बच्चों तथा किशोरों के लिए 27 सितंबर को इसका मॉप अप राउंड चलाया जाएगा। यह गोली एक से 19 वर्ष तक के बच्चों में उनके उम्र के अनुसार खिलाई जाती है। जिले की जिस आबादी वर्ग को यह दवा दी जानी है वह करीब 27 लाख 10 हजार 420 है। मौके पर स्कूल प्राचार्य नीलम सिंह, राज किरण कुमार जिला डाटा सहायक सह डीसीएम, चिकित्सा प्रभारी डॉ० प्रमय पुंज, प्रभात रंजन डीसी, आरिफ हुसैन डीसी, संजीव कुमार सीडीपीओ एवं बालू घाट प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के कर्मी शामिल थे।
कृमि संक्रमण के लक्षण:
गंभीर कृमि संक्रमण से दस्त पेट में दर्द कमजोरी उल्टी और भूख न लगना सहित कई सारे लक्षण हो सकते हैं। बच्चे में कृमि की मात्रा जितनी अधिक होगी उसमें संक्रमण के लक्षण उतने ही अधिक होंगे। हल्के संक्रमण वाले बच्चों एवं किशोरों में आमतौर पर कोई लक्षण नहीं दिखते हैं।
डीवार्मिंग के फायदे:
रोग प्रतिरोधक शक्ति में वृद्धि।
स्वास्थ्य और पोषण में सुधार।
एनीमिया में नियंत्रण।
समुदाय में कृमि के फैलाव में कमी।
सीखने की क्षमता और कक्षा में उपस्थिति में सुधार।
वयस्क होने पर काम करने की क्षमता और आय में बढ़ोतरी।
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