अशोक वर्मा
मीरगंज गोपालगंज : प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सेवा केंद्र पर ” गणेश चतुर्थी “के शुभ अवसर पर श्री गणेश जी की मनमोहक झांकी सजाई गई ! गणेश के चैतन्य रूप में काजल बहन सजी थी। सेवा केंद्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी सुनीता बहन ने गणेश चतुर्दशी के आध्यात्मिक रहस्य पर प्रकाश डालते हुए बताया कि गणेश जी की चूहे की सवारी अर्थात विकारों पर सवारी का प्रतीक ,चौड़ा माथा बुद्धिमता का प्रतीक ,रस्सी सदैव अनुशासित रहने का प्रतीक। लम्बी सुड़ कार्य कुशलता का प्रतीक , कुल्हाड़ी अर्थात सभी प्रकार के बंधनों से मुक्ति का प्रतीक ! लडडू खुशियो का प्रतीक, उन्हें हम सभी विघ्नविनाशक ही कहते हैं ! विघ्न हरने वाले हैं !बडे कान वेहतरीन श्रवण शक्ति का प्रतीक, बड़ा पेट सब कुछ स्वीकारने का प्रतीक है, एक दांत बुरी चीजों को त्याग और अच्छी चीजों को बनाए रखने का प्रतीक है,। कार्यक्रम में उपस्थित ,बीके उर्मिला बहन,विनोद भाई,मालती माता, सतीस भाई,सुरेश भाई ,टुनटुन भाई,रिंकी बहन, अनन्ता बहन, काजल बहन ,विमला माता, कुमकुम माता,तारा माता आदि थे
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