- लेट्स इन्सपायर बिहार अब हर बिहार के हर युवा का अभियान बन चुका है
- बिहार को खंड-खंड होने से बचाने के लिए जाति-संप्रदाय के मतभेदों से ऊपर उठना जरूरी
अनूप नारायण सिंह।
छपरा: आज छपरा के राजेंद्र स्टेडियम में लेट्स इंस्पायर बिहार अभियान के तत्वाधान में आयोजित *नमस्ते बिहार : चतुर्थ बृहत जनसंवाद* में *30 से 35 हजार की संख्या* में उपस्थित लोगों ने जाति-संप्रदाय, लिंगभेद और विचारधाराओं के मतभेदों से उपर उठकर 2047 तक विकसित बिहार गढ़ने का सामूहिक संकल्प लिया । खचाखच भरे राजेंद्र स्टेडियम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित ख्यातिलब्ध एवं वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी विकास वैभव ने हुंकार भरते हुए कहा कि बिहार पर सिर्फ उनलोगों का हक नहीं है जो अपने स्वार्थों के लिए यहां जाति-संप्रदाय के नाम पर निरंतर विभाजन को बढ़ावा देते हैं, और इसे खंड-खंड होते हुए देखना चाहते हैं, बल्कि यह उनका भी है जो ऐतिहासिक रूप से उत्कृष्ट इस धरती को इन विभाजनों से ऊपर उठकर देखना चाहते हैं, और इसके सांस्कृतिक गौरव को पुनः स्थापित करना चाहते हैं। उपस्थित लोगों की जयजयकार के बीच मुख्य अतिथि विकास वैभव ने लोगों का अभिनंदन करते हुए चतुर्थ बृहत जनसंवाद में स्वागत किया। हजारों लोगों की उपस्थित उत्साहित भीड़ को देखकर चेहरे पर आश्चर्य और हर्ष का समिश्रित भाव लिए विकास वैभव ने कहा कि इस जनसंवाद में इतनी बड़ी संख्या में उपस्थित लोगों का मतलब यह है कि अब लोग जाति-संप्रदाय से ऊपर उठकर बिहार को विकसित होते हुए देखना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि सासाराम, आरा और बेगूसराय की ऐतिहासिक सभाओं के पश्चात छपरा में भी हजारों की संख्या में आमजनों की उपस्थिति ने यह सिद्ध कर दिया कि व्यक्ति से बड़ा उसका विचार होता है । बेगूसराय मेरी जन्मभूमि और रोहतास मेरी कर्मभूमि रही परंतु छपरा मे न तो मैं एसपी, डीआईजी या आईजी के रूप में कभी कार्यरत रहा परंतु हर ग्राम-नगर के जन-जन तक आज अभियान का संदेश पहुँच चुका है जो भविष्य के लिए अत्यंत सुखद संकेत है । लेट्स इन्सपायर बिहार अब हर बिहार के युवा का अभियान बन चुका है ।
उन्होंने कहा कि बिहार के प्राचीन उत्कर्ष का कारण इसकी मिट्टी में निहित वेदांत की दृष्टि है, जिसमें परस्पर भेदभाव का कोई स्थान नहीं है, एवं इसका भविष्य शिक्षा, समता एवं उद्यमिता में निहित है जिसको केंद्र में रखकर लेट्स इंस्पायर बिहार आगे बढ़ रहा है। विकास वैभव ने यह भी कहा कि अभियान के अंतर्गत आयोजित इतने बड़े-बड़े जनसंवादों के पश्चात कुछ लोग पूछते हैं कि क्या आपने रिजाइन कर दिया है? मैं कहता हूं कि मैं रिजाइन क्यों करूंगा भाई, अभी लंबी सेवा-अवधि शेष है। मैं जिस भाव के साथ बाल्यकाल से आगे बढ़ रहा हूँ उसका प्रारंभ 1993 में भोपाल में तब हुआ था जब स्थानीय बच्चों ने बिहारी बोलकर चिढ़ाने का प्रयास किया था और मन में यह संकल्प जगा था कि यदि अपने जीवनकाल में बिहारी शब्द को पुनः सम्मान का प्रतीक बनाने में मेरी भूमिका हो सकेगी तब ही अपने जीवन को सार्थक मानूंगा । मैं कहना चाहता हूं कि जो जिस दायित्व में है, उन दायित्वों का समुचित निर्वहन करते हुए भी बिहार के विकास के लिए योगदान दे सकता है। ऐसा करना न सिर्फ सबका नैतिक कर्तव्य है अपितु भारतीय संविधान के अंतर्गत एक मौलिक कर्तव्य भी। सभा में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्र निर्माण हर व्यक्ति का दायित्व है। आप सबको बदलाव का वाहक बनना होगा, आप सबको स्वयं बिहार के उज्ज्वलतम भविष्य निर्माण का दायित्व ग्रहण करना होगा।
उन्होंने यह भी कहा कि बगहा और रोहतास में परिवर्तन इसलिए संभव हो सका क्योंकि वहां के लोगों ने अपने यशस्वी पूर्वजों की बृहत जीवनदृष्टि को पहचाना। वैभव ने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि बिहार का विकास सिर्फ उद्यमिता की क्रांति से संभव है जिसमें मुझे आप सबलोगों का साथ चाहिए। बिहार में लाखों की संख्या में स्टार्ट-अप्स की सफलता के लिए एक व्यापक इकोसिस्टम निर्मित करना होगा । हजारों की संख्या में उपस्थित लोगों ने विकास वैभव के सुर में सुर मिलाते हुए कहा कि *”मैं बदलूंगा बिहार ! मैं करूंगा अपने पूर्वजों की भूमि का पुनरुद्धार !”*
विशिष्ट अतिथियों में सारण से बिहार विधान परिषद के सदस्य, नामचीन शिक्षाविद एवं उद्यमी सच्चिदानंद राय, प्राइवेट स्कूल्स एन्ड चिल्ड्रेन वेल्फेयर एशोसियेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद, हथुआ राजघराने की राजकुमारी आद्या शाही, छपरा के विधायक डॉ सीएन गुप्ता, जयप्रकाश विश्वविद्यालय, छपरा के कुलपति परमेंद्र कुमार वाजपेई, छपरा के महापौर लक्ष्मी नारायण गुप्ता, विख्यात मुस्लिम धर्म गुरु मौलाना सैयद कल्बे रुशैद रिजवी, छपरा सेंट्रल स्कूल के निदेशक हरेंद्र सिंह, शिक्षाविद सीमा सिंह, पत्रकार सच्चिदानंद ओझा, जिला समन्वयक सुमंत कुमार, शिव शंकर सिंह, संजीव चौधरी, अभिनेत्री वैष्णवी, शैलेंद्र साधु, राहुल कुमार सिंह, अनूप नारायण सिंह, प्रभाकर राय, लव सिंह, प्रशांत प्रताप यादव, आशीष रंजन, डाॅ प्रीति बाला, गोपालगंज के समन्वयक धीरज कुमार सिंह जिला परिषद की पूर्व अध्यक्ष मीणा अरुण सिंह पुष्पा सिंह सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति सम्मिलित हुए।
सभा को संबोधित करते हुए सारण से बिहार विधान परिषद के सदस्य, नामचीन शिक्षाविद एवं उद्योगपति सच्चिदानंद राय ने कहा कि उद्यमिता के बिना बिहार का विकास संभव नहीं है। नौकरी व्यक्ति सिर्फ अपने लिए करता है जबकि उद्यमिता के माध्यम से हजारों लोगों के लिए रोजगार का सृजन संभव है, जो मैने स्वयं करके दिखाया है। उन्होंने विकास वैभव के प्रयासों की तारीफ करते हुए कहा कि उद्यमिता के दिशा में प्रयासरत युवाओं की सहायता के लिए मैं लेट्स इंस्पायर बिहार अभियान के साथ मिलकर पटना में एक हेल्प डेस्क बनाने की योजना पर विचार कर रहा हूं, जो उद्यमिता की दिशा में युवाओं को हर तरीके से मदद मुहैया कराएगा।
जयप्रकाश नारायण विश्वविद्यालय, छपरा, के कुलपति परमेंद्र कुमार वाजपेई ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि ये देश तब तक विकसित नहीं हो सकता जबतक बिहार विकसित नहीं होगा। उन्होंने कहा कि विकसित बिहार से उनका आशय है कि वे 25 लाख बिहारी कामगार जो दयनीय दशा में राज्य के बाहर काम करने को विवश हैं, वो सम्मानपूर्वक वापस बिहार आकर काम कर सकें।
विख्यात मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना सैयद कल्बे रुशैद रिजवी ने कहा कि बिहार के सांस्कृतिक गौरव का इतिहास इतना उत्कृष्ट है कि पूरे देश के आराध्य राम तब तक मुक्कमल नहीं होते जब तक हमारे बिहार की माता सीता उनके जीवन में नहीं आतीं।
प्राइवेट स्कूल्स ऐंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पूरा बिहार एवं यहां का विद्यार्थी एवं युवा समाज कदम से कदम मिलाकर विकास वैभव के साथ चलने के लिए तैयार है।
सभा को संबोधित करते हुए हथुआ राजघराने की राजकुमारी आद्या शाही ने कहा कि बिहार को विकसित बनाने के लिए विकास वैभव की सोंच में एक दूरदर्शिता है और हम सबको उनका साथ देना चाहिए।
सभा को संबोधित करते हुए छपरा के महापौर लक्ष्मी नारायण गुप्ता ने कहा कि लेट्स इंस्पायर बिहार अभियान बिहार की बेहतरी के लिए आरम्भ किया गया है और इसमें हम सबको मिलकर विकास वैभव जी का साथ देना चाहिए।
उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए छपरा से विधायक डॉ सीएन गुप्ता ने कहा कि विकास वैभव जी अपनी तमाम व्यस्तताओं से समय निकालकर बिहार के बेहतर भविष्य के लिए एक शानदार प्रयास कर रहे हैं, और मैं आश्वस्त हूं कि इसमें उन्हें जरूर सफलता मिलेगी।
छपरा सेंट्रल स्कूल के निदेशक एवं आयोजन समिति के मुख्य संयोजक हरेंद्र सिंह ने कहा कि विकास वैभव के इस पुनीत प्रयास में हम सबको उनके साथ कदम से कदम मिलाकर चलना चाहिए।
वरिष्ठ पत्रकार एवं कार्यक्रम के अन्य मुख्य संयोजक सच्चिदानंद ओझा ने कहा कि यह सारण का सौभाग्य है कि विकास वैभव युवाओं को उचित मार्गदर्शन के निमित्त छपरा की धरती पर पधारे हैं। हम सबको मिलकर उनके पवित्र उद्देश्य में भागीदार बनना चाहिए। कार्यक्रम में मंच संचालन छपरा के ही वरिष्ठ पत्रकार अनूप नारायण सिंह एवं बेगूसराय के वरिष्ठ पत्रकार प्रभाकर राय ने किया।
बिहार के उज्ज्वलतम भविष्य निर्माण हेतु संकल्पित अभियान लेट्स इंस्पायर बिहार की स्थापना 22 मार्च 2021 को बिहार के चर्चित एवं वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी विकास वैभव के आह्वान पर हुआ था।इसका उद्देश्य 2047 तक विकसित भारत में एक ऐसे विकसित बिहार का निर्माण है जिसमें किसी व्यक्ति को शिक्षा, रोजगार अथवा स्वास्थ्य के लिए अन्यत्र जाने की आवश्यकता न हो। शिक्षा, समता और उद्यमिता के मूल मंत्रों पर आधारित अभियान में मातृभूमि की समृद्ध विरासत से प्रेरणा लेकर लघुवादों (जातिवाद, सम्प्रदायवाद, लिंगभेद इत्यादि) से उपर उठकर राष्ट्रहित में योगदान करने की परिकल्पना है। आज लगभग 1,50,000+ व्यक्ति स्वैच्छिक रूप से अभियान के अंतर्गत गठित अध्यायों में जुड़कर सकारात्मक योगदान समर्पित करने का प्रयास कर रहे हैं ।
अभियान के अंतर्गत बिहार में उद्यमिता की व्यापक क्रांति लाने का लक्ष्य है जिससे बिहार में ही रोजगार का अधिकाधिक सृजन हो सके। हर बिहारवासी को शिक्षित एवं स्किल्ड बनाने के लिए समाज के हर वर्ग को जोड़कर एक व्यापक इकोसिस्टम निर्मित करने की आवश्यकता है जिसमें जो युवा स्वरोजगार, स्टार्ट-अप, उद्यम एवं व्यवसाय की ओर बढ़ते हैं उन्हे आवश्यक हरसंभव सहयोग एवं मार्गदर्शन दिया जा सके। उद्यमिता की क्रांति के बीजारोपण के लिए बिहार के हर जिले में 2028 तक अभियान के माध्यम से 100+ व्यक्तियों को रोजगार प्रदान करने की क्षमता वाले कम से कम 5 सफल स्टार्टअप स्थापित करने का लक्ष्य है। इसी उद्देश्य को लेकर बीते 25 अगस्त, 2024 को पटना के विद्यापति सभागार में स्टार्ट-अप समिट का आयोजन किया गया था और आगामी 22 दिसंबर, 2024 को दिल्ली के भारत मंडपम में बिहार @ 2047 विजन काॅन्क्लेव (सीजन 2) का आयोजन होना है ।
अभियान के संदेशों को हर ग्राम-नगर के जन-जन तक पहुंचाने तथा उद्देश्यों में समाज के हर वर्ग की अधिकाधिक सहभागिता के लिए बृहत जन संवादों का प्रारंभ बेगूसराय से बीते 10 दिसंबर, 2023 को किया गया जिसमें *50,000+* व्यक्ति सम्मिलित हुए। 21 जनवरी, 2024 को आरा के महाराजा काॅलेज में द्वितीय बृहत जन संवाद में भी हजारों सम्मिलित हुए और 1 दिसंबर, 2024 को सासाराम (रोहतास) के तृतीय बृहत जन संवाद में भी *50,000+* व्यक्ति सम्मिलित हुए ।
आज छपरा के राजेंद्र स्टेडियम में यह चौथा कार्यक्रम निर्धारित था, जिसमें हजारों लोगों की सहभागिता रही। आगामी 9 फरवरी, 2025 को हाजीपुर (वैशाली) में पंचम बृहत जन संवाद मुक्ताकाश में निर्धारित है।
बिहार के सभी जिलों में, भारत के प्रमुख महानगरों में तथा विदेशों में अभी तक 1600+ कार्यक्रम हो चुके हैं। अभियान के अंतर्गत आज 10,000 से अधिक सफल उद्यमी साथ जुड़कर स्वैच्छिक योगदान कर रहे हैं। अभियान के अंतर्गत अनेक स्टार्टअप सम्मेलनों तथा वाइब्रेंट बिहार ग्लोबल काॅन्क्लेव का आयोजन पटना में वर्ष 2022 तथा 2023 में किया गया है । दिल्ली के एनडीएमसी सभागार में वर्ष 2021 में बिहार उद्यमिता सम्मेलन तथा 2023 में बिहार विजन @ 2047 काॅन्क्लेव का सफल आयोजन किया गया । दुबई, दिल्ली, मुंबई, बेंगलूरू, हैदराबाद, पुणे और वडोदरा में भी बिहार संवाद कार्यक्रमों के माध्यम से उद्यमियों को अभियान के साथ जोड़ा गया है। अनेक सफल उद्यमी ऐसे समिट में समय-समय पर स्टार्ट-अप को सलाह देते रहते हैं। चिकित्सकों द्वारा स्थापित जीवक अध्याय द्वारा आयोजित 250 से अधिक निःशुल्क स्वास्थ्य शिविरों में 35,000+ वंचित व्यक्ति लाभान्वित हो चुके हैं। महिलाओं द्वारा स्थापित गार्गी अध्याय द्वारा आज बिहार के 8 जिलों में वंचित विद्यार्थियों के लिए 18 गार्गी पाठशाला केन्द्रों पर निःशुल्क शिक्षादान समर्पित किया जा रहा है तथा वंचित महिलाओं के स्वरोजगार हेतु गार्गी कला कौशल केंद्रों तथा गार्गी कृत्या के माध्यम से उत्कृष्ट प्रयास किया जा रहा है। बिहार के अनेक जिलों यथा सिवान, पटना, गया, औरंगाबाद, मधुबनी, समस्तीपुर, बेगूसराय में निःशुल्क शिक्षा केंद्र चल रहे हैं ।
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