गया। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के 155 वीं जयंती पर माड़नपुर स्थित महात्मा गांधी कि प्रतिमा पर साफ सफाई कर माला फुल चढा कर , श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया है। इस अवसर भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के बागवानी प्रकोस्ट के सह संयोजक डॉक्टर मनीष पंकज मिश्रा ने कहा” मोहनदास करमचंद गांधी जिन्हें “राष्ट्रपिता” के रूप में भी जाना जाता है, उनका जन्म 2 अक्टूबर 1869 को पोरबंदर, गुजरात में हुआ था। हर साल, उनकी जयंती को गांधी जयंती के रूप में मनाया जाता है, जो भारत में एक राष्ट्रीय अवकाश है। यह दिन न केवल गांधीजी की महानता को याद करने का अवसर है, बल्कि उनके विचारों और आदर्शों को जीवन में उतारने का भी समय है। गांधीजी सत्य और अहिंसा के परम समर्थक थे, और उन्होंने अपने जीवन को समाज में अन्याय और असमानता के खिलाफ लड़ने के लिए समर्पित किया है।गांधीजी का सबसे बड़ा योगदान भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में था। उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रतिरोध का मार्ग अपनाया और “सत्याग्रह” नामक आंदोलन की शुरुआत की है। उनकी नीतियाँ जैसे असहयोग आंदोलन, दांडी मार्च, और भारत छोड़ो आंदोलन, ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ भारत की स्वतंत्रता की लड़ाई में महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुईं। उनका जीवन दर्शन यह सिखाता है कि हिंसा के बिना भी अत्याचारी शक्तियों का सामना किया जा सकता है। इस अवसर पर भाजपा जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद अधिवक्ता ने कहा गांधीजी का जीवन केवल राजनीतिक संघर्ष तक सीमित नहीं था। वे समाज सुधारक भी थे और उन्होंने छुआछूत, जातिवाद, और धार्मिक असहिष्णुता जैसी बुराइयों के खिलाफ भी लड़ाई लड़ी। वे स्वदेशी आंदोलन के पक्षधर थे और आत्मनिर्भरता को महत्व देते थे। गांधी के विचार और शिक्षाएं सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में प्रेरणा का स्रोत हैं। अहिंसा और सत्य के उनके सिद्धांत वैश्विक शांति और सद्भाव की दिशा में हमें मार्गदर्शन करते हैं। गांधी जयंती हमें उनके जीवन और आदर्शों से प्रेरणा लेने की याद दिलाती है ताकि हम समाज में बेहतर बदलाव ला सकें और उनके दिखाए रास्ते पर चल सकें। आज के जयंती पर श्रद्धा सुमन अर्पित करने वालों में भारतीय जनता पार्टी जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद अधिवक्ता, जिला मीडिया प्रभारी संतोष ठाकुर भाजपा के वरिष्ठ नेता राणा रणजीत सिंह हीरा यादव सुरेंद्र कुमार यादव सुनील बंबईया उजु कुमार बबलू गुप्ता महेश यादव मंटू कुमार विजय प्रसाद काला नाग सहित अन्य लोग उपस्थित हुए हैं।
135