विश्वविद्यालय के मैथिली विभाग में सत्र 2023-25 के स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर वर्गारम्भ के अवसर पर शिक्षक-छात्र संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

Live News 24x7
2 Min Read
राजेश मिश्रा की रिपोर्ट
विश्वविद्यालय के मैथिली विभाग में सत्र 2023-25 के स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर वर्गारम्भ के अवसर पर शिक्षक-छात्र संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता प्रभारी विभागाध्यक्ष प्रो. अशोक कुमार मेहता ने किया। प्रो. मेहता ने बच्चों को सम्बोधित करते हुए शुभकामनाएं दी एवं द्वितीय सेमेस्टर की सम्पूर्ण पाठ्यक्रम पर प्रकाश डाला। अपने सम्बोधन में उन्होंने कहा कि सत्र की नियमितता को लेकर इसी वर्ष तृतीय सेमेस्टर तक की परीक्षा होनी है। बच्चों की नियमित उपस्थिति से ही कक्षा में पठन-पाठन का एक अनुकूल वातावरण बनता है। कक्षा-अध्ययन के माध्यम से बच्चे सिर्फ अपने पाठ्यक्रम आधारित विषय-वस्तुओं से ही अवगत नहीं होते बल्कि उनमें अध्ययन के साथ-साथ सामाजिक, आर्थिक एवं नैतिक दायित्वों के प्रति भी जागरूकता बढ़ती है। सही मायने में कक्षा ही एक ऐसा माध्यम है जहाँ बच्चों का सर्वांगीण विकास होता है। डाॅ. सुरेश पासवान ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि नियमित वर्ग उपस्थिति से बच्चों में एक अनोखे कौशल का विकास होता है। बच्चे बेहतर भविष्य के लिए अपना लक्ष्य निर्धारित करें और उस लक्ष्य के प्रति जागरूक रहें। डाॅ सुनीता कुमारी ने अपने वक्तव्य में कहा कि विभाग प्रत्येक स्तर पर बच्चों के सहयोग के लिए साथ है। बच्चों को जिज्ञासु होकर इसका लाभ उठाना चाहिए। इस मौके पर विभागीय कर्मी भाग्यनारायण झा, निरेन्द्र कुमार, विभागीय शोधार्थी बंदना, सत्यनारायण, दीपेश, हरेराम, पवन, नेहा, प्रियंका, राजनाथ, शिवम, मनीष, मनोज, शीला, अम्बालिका समेत द्वितीय सेमेस्टर की गुंजन कुमारी, जनार्दन मुखिया, आशीष कुमार मंडल, राजेश कुमार पंडित आदि छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
280
Share This Article
Leave a review

Leave a review

Your email address will not be published. Required fields are marked *