- सदर अस्पताल स्थित जीएनएम कॉलेज के 260 छात्राओं ने किया दवाओं का सेवन:
- जिले में 48 लाख 46 हजार 566 लोगों को दवा खिलाने का रखा गया है लक्ष्य
Live News 24×7 मोतिहारी।
फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिले में सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) राउंड लगभग समाप्त हो चुका है। वहीं पूर्वी चम्पारण जिले मे अब स्वास्थ्य विभाग द्वारा 07 मार्च तक छूटे हुए लोगों को फॉलो अप राउंड चलाकर सर्वजन दवा सेवन कराकर हाथीपांव जैसे रोग से सुरक्षित किया जा रहा है। इस संबंध मे जिले के सिविल सर्जन डॉ श्रवण कुमार पासवान ने बताया कि जिले में 48 लाख 46 हजार 566 लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है।इसी के तहत विशेष अभियान चलाकर स्कूल, कॉलेज, सार्वजनिक स्थलों पर बूथ लगाकर लोगों को आशा कार्यकर्ता, फाइलेरिया पेशेंट नेटवर्क के सदस्य, सहयोगी संस्थानों के सहयोग से जागरूक कर दवा का सेवन कराया जा रहा है।उन्होंने बताया की वंचित लोगों को चिह्नित करते हुए फॉलोअप राउंड में लोगों को दवाओं का सेवन करा कर लक्ष्य को पूरा किया जाएगा। साथ ही दवा सेवन करने से इनकार करने वाले रिफ्यूजल घर के लोगों को भी दवा खिलाकर शत-प्रतिशत सफ़लता हासिल की जाएगी। जिसमें पीरामल स्वास्थ्य, सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च और पीसीआई जैसी सहयोगी संस्थानों का सहयोग लिया जा रहा है । ताकि हर हाल में सभी लाभुकों को दवाओं का सेवन सुनिश्चित कराया जा सके।वहीं डीभीडीसीओ डॉ शरत चंद्र शर्मा ने कहा की जिले दवाए उपलब्ध है, दवाओं के सेवन कार्यक्रम को लेकर जिले के सभी प्रखंडों में अधिकारियों के द्वारा अनुश्रवण और निगरानी की जा रही है।
– जीएनएम कॉलेज के 260 छात्राओं ने किया दवाओं का सेवन:
मोतिहारी के सदर अस्पताल स्थित जीएनएम कॉलेज के प्राचार्या, कर्मचारी सहित 260 छात्राओं ने आज सर्वजन दवाओं का सेवन किया, वहीं शहर के मुंशी सिँह कॉलेज के 110 छात्र छात्राओं, कर्मचारी व प्राचार्य डॉ अरुण कुमार ने खुद दवा सेवन किया।शहर के सुधा डेयरी मिशन चौक के 70 कर्मचारीयों ने दवा का सेवन किया।
वहीं शहर के धर्मसमाज जमला रोड स्थित भारती प्रेप स्कुल के 65 छात्रों ने प्राचार्य प्रदीप कुमार के देखरेख मे सर्वजन दवाओं का सेवन किया। जहाँ बच्चों मे हल्का साइड इफेक्ट देखा गया,वहीं कुछ समय बाद सभी बच्चे तुरंत स्वस्थ भी पाए गए। डीभीडीसीओ डॉ शरत चंद्र शर्मा ने बताया की जिला मुख्यालय स्थित केंद्रिय कारा मे भी कैदियों को सर्वजन दवा सेवन कराया जाएगा।
उन्होंने बताया की दवाओं का सेवन करने से पूर्व अनिवार्य रूप से नाश्ता या खाना खा लेना है। पीसीआई के मनोज कुमार ने जानकारी दी की अगर वर्ष मे एकबार खाए जाने वाले इस दवा को 5 वर्षो तक सेवन किया जाए तो निश्चित ही फाइलेरिया रोग से बचा जा सकता है।
मौके पर जीएनएम प्राचार्या प्रियंका कुमारी, प्रशिक्षक- मीनालाल, प्लक,ज्योति,सोनाली वत्स,
निशांत कुमार सुमन,पीसीआई के डीसी मनोज कुमार, पिरामल के डीसी मुकेश कुमार,सिफार के डीसी सिद्धांत कुमार,बीसी पप्पू कुमार,आशा रेणुका बाला, दयानिधि पेशेंट नेटवर्क की कुसुम देवी,व अन्य स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे।
