ब्रह्माकुमारी बनियापट्टी सेवा केंद्र पर अलौकिक होली मिलन आयोजित

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अशोक वर्मा

मोतिहारी : नगर के बनियापट्टी में दो दशक से संचालित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सेवा केंद्र के क्लास रूम में अलौकिक होली मिलन समारोह का भव्य आयोजन किया गया ।कार्यक्रम की शुरुआत दैनिक मुरली पाठ से हुआ उसके बाद सेवा केंद्र प्रभारी बीके बीभा ने बाबा के चित्र  पर अबीर लगाया और होली के आध्यात्मिक रहस्य पर प्रकाश डाला ।उन्होंने कहा कि होली का तीन अर्थ होता है पहले होली यानी पवित्र बनना दूसरा होली यानी बीती बात की बिंदी और तीसरा हो-ली माना परमपिता परमात्मा बाबा की हो गई। उन्होंने कहा कि आज के दिन सभी संकल्प ले कि पुरानी बातों को बिल्कुल भूल जाना है यानि बीती लगादेनी है।वैसे भी लौकिक होली मिलन में आज के दिन सभी गले मिलते हैं मिष्ठान का आदान-प्रदान करते हैं सारे शिकवा शिकायत लड़ाई झगड़ा की बातें भूल जाते हैं, तो आज के दिन हमें भी इन  तीनो संकल्पो को याद रखना है और अपने जीवन को श्रेष्ठ बनाना है ,बाबा के श्रीमद् पर चलना है ।किसी भी पुरानी बातों को याद कर दुखी नहीं होना है ।बदलते दौर में परमात्मा से संबंध घनिष्ठ करना है ।बीके अशोक  वर्मा ने  कहा कि होली के तीन अर्थ पर सेवा केंद्र प्रभारी ने प्रकाश डाला है लेकिन बाबा की प्रेरणा से मैं एक बात रखता हूं कि 5000 वर्ष की यात्रा अब हो गई यानि होली और अब हम नई यात्रा आरंभ  करने जा रहे हैं। इस बात को हमेशा स्मरण में रखें  कि हमारे से ही नई दुनिया आरंभ होती है और  हमारे ऊपर बाबा ने बहुत बड़ी जिम्मेदारी दी है।वह है नई दुनिया निर्माण करने जिम्मेदारी । उन्होंने यह भी कहा कि पवित्रता ही पवित्र  दुनिया के निर्माण का आधार है और अगर हम पवित्र बनेंगे तो सारी दुनिया  पवित्र बन जायेगी इसलिए ज्यादा अलर्ट रहने की जरूरत है।अब हमसे किसी भी तरह का विक्रम  नहीं हो और जो पुराने विक्रम हुए है उसको योगवल से भस्म कर देना है। अरेराज महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य प्रोफेसर डॉक्टर विजय शंकर पांडे ने होली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भक्ति मार्ग में होली का बहुत महत्व है हम होलिका दहन करते हैं यानी अपने अंदर के तमाम अवगुण और दुर्गुणों  का दहन करते हैं। प्रोफेसर श्रीमती रंजना पांडे ने अपना संस्मरण सुनाते हुए कहा कि मैं माउंट आबू जब गई थी तो वहां का माहौल में रहने के बाद मैं अपने को बिल्कुल शारीरिक रूप से स्वस्थ अनुभव करने लगी। बीके सारिका ने अपने अनुभव सुनाते हुए कहा कि आज बाबा की याद में रहने से मैं चिकित्सा सेवा में भी अपना योगदान दे रही हूं और यहां के प्रसिद्ध चिकित्सिका  के साथ रहकर बहुत कुछ सीख रही हूं। होली की शुभकामनाएं देने वालों में बीके श्वेता बहन ,बीके प्रतिमा बहन, बीके प्रतिमा जायसवाल ,बीके भरत भाई ,बीके हरिशंकर भाई ,बीके शिवपूजन भाई, नंद भाई ,द्वारिका भाई आदि थे।सभी ने एक दूसरे को होली की शुभकामनाएं दी तथा सेवा केंद्र प्रभारी ने सभी उपस्थित भाई बहनों को तिलक लगाया तथा पुष्प अर्पण गुलाब जल का छीडकाव  कर होली की शुभकामनाएं दी ।भाई बहनों ने भी सेवा केंद्र प्रभारी पर पुष्प पंखुड़ियो की बरसात की और उन्हें होली की बहुत-बहुत मुबारकबाद दी ।कार्यक्रम में शामिल रहने वालों में बीके सुरेंद्र ,बीके राम नंदन,बीके गीता,बीके शशि कला,बीके आशा आदि थे।बीके पूजा ने बाबा को समर्पित  बडा ही सुंदर  और भाव प्रधान  होली गीत प्रस्तुत  किया।
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