पटना। डिस्लेक्सिया जागरूकता माह के अंतर्गत बिहार राज्य में किलकारी बाल भवन , शिक्षा विभाग , बिहार सरकार और स्वयं सेवी संस्था चेंज इन फाउंडेशन ,शिक्षा के क्षेत्र में काम करने वाली लगभग 15 संस्थाओं के साथ डिस्लेक्सिया जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किलकारी बाल भवन परिसर सैदपुर में किया गया I इस विषय पर किलकारी बाल भवन की निर्देशक डॉ० ज्योति परिहार ने अपने उद्बोधन में कहा कि वर्तमान में डिस्लेक्सिया से प्रभावित बच्चों को प्राथमिकता के स्तर पर सेवा प्रदान किये जाने की आवश्यक है I इस प्रकार की दिव्यंगता में बहुत ही आवश्यकता है कि बच्चों की समय पर शीघ्र हस्तक्षेप करते हुए स्क्रीनिंग की जाए एवं अभिभावकों का सहयोग उन्हें प्राप्त हो । चेंज इंक फाउंडेशन के बिहार राज्य कार्यक्रम प्रबंधक डॉ० तापस रंजन रॉय ने इस विषय पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संस्था बिहार राज्य में शिक्षा विभाग के साथ मिल कर डिस्लेक्सिया और विशिष्ट अधिगम दिव्यांगता वाले बच्चों की शिक्षा हेतु निरंतर प्रयासरत है I शोध के अनुसार 15 से 20 प्रतिशत बच्चे डिस्लेक्सिया से प्रभावित हो सकते हैं I अतः हम सबको इनके चिन्हीकरण, शिक्षा एवं पुनर्वास के लिए एक साथ मिलकर प्रयास करना होगा I इसी कड़ी में डिस्लेक्सिया जागरूकता माह के अंतर्गत देश के 21 शहरों में इस प्रकार के जागरूकता कार्यक्रम के आयोजन किया जा रहे हैं I
पटना में कार्यक्रम की शुरुआत किलकारी बाल भवन के सभागार में आयोजित संवेदीकरण सत्र से हुआ जिसमे बच्चों के साथ साथ उनके अभिभावकों, शिक्षकों एवं प्रशिक्षकों ने भाग लिया I संवेदीकरण सत्र के बाद परिसर में वाक फॉर डिस्लेक्सिया का आयोजन किया गया जिसमे सभी बच्चों, अभिभावकों एवं शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों ने भाग लिया I इस अवसर पर दोस्त फाउंडेशन के श्री मंजीत सिंह, अपराजिता फाउंडेशन के डॉ अवनीश रंजन, श्री सुभम कुमार, ए के क्रिएशन के मोहम्मद सयेद आदि उपस्थित थें I
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