गया। कॉलेज की स्थापना काल से लेकर आज तक एम बी ए ब्लॉक जिसमें बी बी एम, एम बी ए, बीसीए, एमसीए एवं बी एड की कक्षाओं का संचालन होता है उस भवन में आज अग्निशमन प्रणाली का अधिष्ठापन संपन्न हो गया है।इस मौके पर मॉक ड्रिल में शामिल प्राचार्य सतीश सिंह चंद्र ने कहा शैक्षिक संस्थानों को अग्निशमन यंत्रों से लैस होना चाहिए प्राय ऐसा देखने को मिलता है कि अग्नि समान प्रणाली के अभाव में संस्थान में अप्रिय घटनाएं घट जाती हैं। इसलिए संस्थान के प्रत्येक भवन में अग्निशमन प्रणाली का प्रतिस्थापन एवं समय-समय पर अग्निशमन यंत्रों के निर्माण की तिथि व एक्सपायरी तिथि जांच कर उन्हें अप्रिय घटनाओं से जूझने के लिए बिल्कुल तैयार स्थिति में रखना हमारी प्राथमिकता है। इसके लिए प्रत्येक तल पर फायर अलार्म की भी व्यवस्था है। किसी भी व्यक्ति को यदि आग की सूचना मिलती है तो वह फायर अलार्म के माध्यम से उसे भवन में मौजूद लोगों तक अपना संदेश पहुंचा सकता है एवं जानमाल की सुरक्षा कर सकता है मौके पर मौजूद सुरक्षा गार्ड ने पूरी तरह से अग्निशमन प्रणाली का संचालन सुचारु रूप से संचालित करने की कला मॉक् ड्रिल के माध्यम से सीख ली मौके पर मौजूद शिक्षकों एवं विद्यार्थियों ने भी इस प्रणाली के संचालन का ज्ञान हासिल कर लिया है। प्रधानाचार्य ने कहा कि पायलट मोड पर इस काम को एम बी ए ब्लॉक में संपन्न किया गया है भविष्य में पुस्तकालय परीक्षा विभाग वह अन्य भावनाओं को भी अग्नि शमन प्रणाली से लैस करना हमारी प्राथमिकता होगी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विभाग के विद्यार्थियों तक इस बात की सूचना को प्रचारित प्रसारित किया जाए ताकि समय पढने पर महाविद्यालय का प्रत्येक विद्यार्थी शिक्षक एवं शिक्षक कर्मचार समय रहते इस प्रणाली का प्रयोग करो आज को काबू में कर ले। जनसंपर्क पदाधिकारी डॉक्टर धनंजय धीरज ने कहा कि निकट भविष्य में अग्निशमन विभाग के सहयोग से महाविद्यालय में विद्यार्थियों के लिए एक कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है।जिसमें विद्यार्थियों द्वारा आग लगने पर किन बातों का ध्यान रखना है सुरक्षा एवं बचाव कैसे करना है वआग पर काबू कैसे प्राप्त करना है इन सभी विषयों पर अग्निशमन विभाग के दस्ते में मौजूद लोग विस्तार पूर्वक चर्चा करेंगे एवं प्रदर्शन के माध्यम से आग बुझाने की कला को बच्चों के बीच प्रचारित प्रसारित करेंगे। इस मौके पर डॉक्टर आदर्श कुमार गुप्ता परीक्षा नियंत्रक सुनील कुमार सिंह आइक्यूएसी समन्वयक डॉक्टर अरुण गर्ग समेत विभिन्न विभागों के विभाग अध्यक्ष शिक्षक कर्मचारी एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।
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