बोधगया। मगध विश्वविद्यालय, बोधगया के स्नातकोत्तर संस्कृत विभाग द्वारा आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के तत्त्वाधान में त्रिदिवसीय त्रिस्कंधज्योतिष विषयक कार्यशाला का तीन दिवसीय आयोजन का समापन मंगलवार को हुआ। समापन समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में डॉ विनोद कुमार राय, सहायक अध्यापक, एस. एस. कॉलेज, जहानाबाद ने ज्योतिष के तीनों स्कंधों सिद्धांत, संहिता एवं होरा स्कंध की विषयवस्तु एवं वैशिष्ट्य पर प्रकाश डाला। तीन दिनों तक चलने वाली इस कार्यशाला में संस्कृत विभाग के शोध एवं स्नातकोत्तर कक्षा के छात्र छात्राओं के अतिरिक्त दर्शनशास्त्र, समाजशास्त्र, लोक प्रशासन आदि विभिन्न विभागों के छात्र- छात्राओं ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। दर्शनशास्त्र विभाग के अध्यक्ष प्रो. जावेद अंजुम ने प्रतिभागियों को संबोधित किया। त्रिदिवसीय कार्यशाला में पालि विभाग के अध्यक्ष डॉ संजय कुमार, पदोन्नति प्रभाग के प्रभारी प्रो. कृष्ण देव वर्मा, आई क्यू ए सी के सह समन्वयक एवं दर्शनशास्त्र के प्राध्यापक डॉ शैलेंद्र कुमार सिंह, राजनीति शास्त्र की प्राध्यापिका डॉ प्रियंका सिंह, दर्शनशास्त्र विभाग की प्राध्यापिका डॉ प्रियंका तिवारी,हिन्दी विभाग की डॉ अम्बे कुमारी, उर्दू विभाग के डॉ जियाउल्लाह अनवर एवं डॉ तरन्नुम जहाँ, पालि विभाग के डॉ बागेश कुमार ने अपना वक्तव्य प्रस्तुत किया। कार्यशाला के अंतिम दिन सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र भी वितरित किया गया। समापन सत्र में कार्यक्रम के सहसंयोजक प्रोफेसर मुनेश्वर प्रसाद अपने बच्चों का हौसला बढ़ाया।अध्यक्षीय उद्बोधन कार्यक्रम के संयोजक तथा संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ उमेश राय ने किया। कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन आयोजन सचिवद्वय डॉ ममता मेहरा और डॉ एकता वर्मा ने किया। मौके पर विशाल, भास्कर, दिलीप, रोशन, पंकज, इंद्रजीत, प्रिया, अंशुमन, शैलेंद्र, कौशलेंद्र, श्याम आदि प्रतिभागियों की उपस्थिति रही।
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