अशोक वर्मा
मोतिहारी : 1974 छात्र आंदोलन के प्रखर नेता माननीय नीतीश कुमार जी जो समाजवादी आंदोलन के अभी मजबूत आधार हैं, लोहिया और जे पी के परिकल्पना को साकार करने मे जी जान से लगे हुये है।इनको एक बार फिर से जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जाना गया बिहार और देश हित में काफी महत्वपूर्ण साबित होगा। सभी राजनीतिक दल इस बात को जानते थे कि वोट के विखराव और बंटवारा से भाजपा को फायदा होगा।भाजपा ने इसी कारण देश मे दो टर्म से तानाशाही सरकार के रूप मे काबिज है।नीतीश बाबू ने वोट के आंकडा और प्रतिशत के समीकरण को देखते हुये पुरे देश के तमाम गैर भाजपाई दलो को एक मंच पर लाकर केंद्र से भाजपा सरकार को उखाड फेंकने का जो शंखनाद किया है ,देशवासियों ने इसका स्वागत किया है।पूर्व मंत्री श्री कुशवाहा ने वयान जारी कर कहा कि धार्मिक भावना भडकाना भाजपाईयों का पुराना हथकंडा है।अब देशवासी इस झांसे मे आनेवाले नही है।धर्म आस्था का चीज है और भारत धर्म निरपेक्ष राष्ट्र है।
वीरेंद्र कुशवाहा ने कहा कि नीतीश कुमार सभी धर्म वर्ग और जाति के लोगों को एकता के सूत्र मे बांधकर विहार का विकास कर रहे है।इनके विकास माडल को अन्य प्रदेश अब अनुकरण कर रहे है।
विहार मे इन्होने आरक्षण का जो प्रतिशत तय किया है वह एक रेकर्ड है।महिला आरक्षण,अल्पसंख्यकों की सुविधा,रोड निर्माण ,नल जल गली नली,स्वास्थ्य किसानी व्यापार आदि के साथ बहुत से अनगिनत कार्य,उद्धोग सबसिडी, और अभी रेकॉर्ड शिक्षक बहाली आदि है जो देश मे ऐतिहासिक है।
श्री कुशवाहा ने कहा कि नीतीश बाबू को पून:जद यू का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जाना राजनीतिक दूरदर्शिता है।इसका बहुत हीं दूरगामी परिणाम आगामी लोकसभा चुनाव मे आने जा रहा है।
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