झारखंड की राजधानी रांची में पुलिस ने शातिर ठग को गिरफ्तार किया है. ये ठग हर बार नया जाल बिछाकर ठगी का शिकार करता था. चमचमाती महंगी गाड़ी, हाथों में मेहंदी, मोबाइल फोन और नवाबी ठाठ ये सब शातिर ठग के शौक थे. ये ठग अपने नवाबी शानो-शौकत दिखाकर कभी बैंक अधिकारी तो, कभी इनकम टैक्स ऑफिसर को ठगता था. हर बार ठगी का एक से बढ़कर एक नयाब तरीका इजात करता था. कभी फर्जी चेक देकर तो कभी ऑनलाइन पेमेंट के नाम पर फर्जीवाड़ा करता था.
पुलिस के रिकॉर्ड के अनुसार रांची के धुर्वा थाना क्षेत्र के टंकी साइड रहने वाले जालसाज कपिल कुमार गुप्ता उर्फ संतोष उर्फ यश के खिलाफ रांची के कई थानों में ठगी के 10 मामले दर्ज हैं. ठगी के मामले में वह कई बार जेल भी जा चुका है.
दरअसल, ठग कपिल कुमार गुप्ता उर्फ संतोष ने खुद को एसबीआई बैंक का मैनेजर बताते हुए जेडी ज्वेलर्स की दुकान में पत्नी को गिफ्ट करने के लिए एक खूबसूरत मंगलसूत्र दिखाने की बात कही. इस दौरान उसने 57 हजार का एक मंगलसूत्र पसंद किया और उसे खरीदने के लिए दुकानदार को डिजिटल माध्यम से पेमेंट करने की बात कहते हुए फोन पे का क्यूआर कोड स्कैन कर फर्जी ट्रांजैक्शन की स्क्रीनशॉट दिखा दी.
ठगी की घटना को अंजाम को देकर वह दुकान से 57,000 की मंगलसूत्र लेकर अपनी चमचमाती कार में बैठकर वहां से फरार हो गया. शंका होने पर जब ज्वेलर्स दुकान के मालिक ने अपने बैंक खाते को चेक किया तो उनके होश उड़ गए. उनके खाते में एक भी रुपया ट्रांसफर नहीं हुआ था. कपिल कुमार गुप्ता ने अपने मोबाइल में डाउनलोडेड एक ऐप के माध्यम से फोन पे पर पेमेंट को लेकर, पेमेंट सक्सेसफुल की स्क्रीनशॉट दिखाई थी. जो फर्जी था.
पीड़ित ज्वेलर दुकानदार ने अरगोडा थाने में ठगी को लेकर प्राथमिक दर्ज करवाई है. ज्वेलर शॉप में लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने मामले का खुलासा किया है. पुलिस ने धुर्वा थाना क्षेत्र के टंकी साइड के रहने वाले जालसाज कपिल कुमार को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने रांची के चर्च परिसर स्थित एक अन्य ज्वेलरी शॉप से सूरज कुमार नामक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया है. कपिल ने उसे ही जेडी ज्वेलर्स से ठगी से लिया गया मंगलसूत्र बेचा था.
गिरफ्त में आए दोनों आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने 57,000 मूल्य की मंगलसूत्र के साथ एक कार भी जब्त की है. दर्शन आरोपी इसी चमचमाती कर पर सवार होकर लोगों को अपनी झूठी नवाबी दिखाकर ठगी की घटना को अंजाम देता था. जेडी ज्वेलर्स से ठगी की गई मंगलसूत्र को उसने चर्च परिसर स्थित एक अन्य ज्वेलर्स शॉप में बेच दिया था. उस दुकानदार ने बगैर जांच पड़ताल के चोरी की गई आभूषण को खरीदा था. इसके चलते पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया था. दोनों आरोपियों ने पुलिस के समक्ष अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है.
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