Live News 24×7 के लिए मोतिहारी से कैलाश गुप्ता की रिपोर्ट
मोतिहारी। बच्चों को एमडीएम योजना के तहत फल-अंडा के बदले वर्षों से बिस्कुट खिलाने वाले उत्क्रमित मध्य विद्यालय हरदिया उर्दू, तुरकौलिया के प्रधानाध्यापक राजेन्द्र कुमार को आखिरकार जिला शिक्षा पदाधिकारी को निलंबन करना ही पड़ा। जबकि सूत्रों की माने तो जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना के एक लिपिक द्वारा श्री राजेन्द्र को बचाने का भरपूर प्रयास किया गया परन्तु जिला शिक्षा पदाधिकारी संजीव कुमार से समक्ष उनकी नही चल सकी, लेकिन मुख्य आरोप अंडा-फल के बदले बच्चों को बिस्कुट खिलाने वाले आरोप को छुपाने में कामयाब रहा।
क्योंकि निलंबन पत्र में अंडा-फल के बदले बच्चों को बिस्कुट खिलाने वाले आरोप की कहीं भी चर्चा नहीं किया गया है जबकि जिला कार्यक्रम पदाधिकारी एमड़ीएम के प्रतिवेदन और उनके द्वारा समर्पित वीडियो में स्पष्ट चर्चा है कि अंडा-फल के बदले बच्चों को बिस्कुट खिलाया जाता है। यहां तक उक्त लिपिक द्वारा पत्र जारी होने के बाद भी पत्र को दो दिनों तक दबा कर रखा गया। पत्र 16.06.25 को जारी हुआ परन्तु दो दिनों बाद मीडिया सहित कई लोंगो के प्रयास के बाद अन्ततः निलंबन पत्र कुछ लोंगो को प्राप्त हुआ।
विदित हो कि जिले के तुरकौलिया प्रखंड अंतगर्त राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक राजेन्द्र कुमार के द्वारा बच्चों को विभागीय मेनू के अनुसार फल और अंडा खिलाने के बदले बिस्कुट खिलाने सहित कई मामलों में वर्षों से ग्रामीणों सहित अभिभावकों द्वारा किये गए शिकायत की जांच में हर बार दोषी करार देते हुए प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी तथा जिला कार्यक्रम पदाधिकारी एमडीएम द्वारा अनुशासनिक कार्रवाई हेतु जिला शिक्षा पदाधिकारी के समक्ष प्रतिवेदन भेजा जाता रहा है।
सूचनानुसार उक्त प्रतिवेदन पर कार्रवाई हेतु जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना को भेज दिया जाता था परन्तु स्थापना शाखा के एक कर्मी द्वारा जो कथित रूप से श्री राजेन्द्र को बचाने के लिए उक्त प्रतिवेदन को दबाकर बार-बार श्री राजेन्द्र के विरुद्ध कार्रवाई होने से बचा लिया जाता था।
इधर गत दिनों जिला शिक्षा पदाधिकारी संजीव कुमार के निर्देशानुसार प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी जितेंद्र कुमार और जिला कार्यक्रम पदाधिकारी एमडीएम प्रहलाद गुप्ता के द्वारा उक्त विधालय का संयुक्त रूप से जांच किया जिसमें बच्चों सहित कई शिक्षकों ने प्रधानाध्यापक श्री राजेन्द्र के काले कारनामों का पर्दाफाश कर दिया।
उक्त के आलोक में दोनों पदाधिकारी द्वारा अपने अपने तरीके से अनुशासनिक कार्रवाई हेतु जिला शिक्षा पदाधिकारी के समक्ष प्रतिवेदन तथा मौके पर सूट किये गए विडिओ समर्पित किया गया था, जिसके आलोक में जिला शिक्षा पदाधिकारी संजीव कुमार ने दोषी प्रधानाध्यापक राजेन्द्र कुमार को निलंबित कर तो दिया परंतु मुख्य आरोप अंडा-फल के बदले बच्चों को बिस्कुट खिलाने वाले आरोप को छुपा दिया गया….
