ब्रह्मकुमारी के शांति शक्ति सरोवर भगवानपुर में बड़े ही श्रद्धापूर्वक मनाया गया बीके शैलेंद्र भाई का श्रद्धांजलि समारोह

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अशोक वर्मा 

वारिसपुर  : वैशाली जिले के भगवानपुर के वारिसपुर में 12 एकड़ क्षेत्रफल में निर्माणाधीन अधीन शांति शक्ति सरोवर रिट्रीट सेंटर परिसर में  भव्य श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया गया। सेवा केंद्र में 12 वर्षो से समर्पित बीके शैलेंद्र भाई की स्मृति में आयोजित श्रद्धांजलि समारोह तीन चरणो मे संपन्न हुआ। कार्यक्रम के प्रथम चरण में योग भट्टी का आयोजन हुआ तथा बिहार झारखंड प्रभारी राजयोगिनी बी के  रानी दीदी ने मुरली पर चलाए तथा परमपिता परमात्मा शिव बाबा के साथ शैलेंद्र भाई के निमित्त भोग लगाया गया। उक्त अवसर पर उत्तर बिहार के विभिन्न सेवा केंद्र से पधारे टीचर एवं भाई बहनों को संबोधित करते हुए बीके रानी दीदी ने कहा कि शैलेंद्र भाई अथक सेवा धारी थे  जीवन के अंतिम समय तक वे ईश्वरीय  सेवा मे लगे रहे। बीके अनीता दीदी ने कहा कि मनुष्य खाली हाथ आता है और खाली हाथ जाता है लेकिन बाबा के बच्चे भले ही खाली हाथ आते हैं लेकिन भरतू हाथ जाते हैं ।शैलेंद्र भाई इस मामले में अग्रणी थे। वे अपने और सेवा पुरुषार्थ के खजाना के साथ  गए ।उन्होंने कहा कि अंतिम पेपर मे भी वे पास हुये।किसी से भी जरा भी सेवा नही ली। उत्तर बिहार के वरिष्ठ राजयोगिनी  बीके मीना दीदी ने कहा कि सौ से अधिक ज्ञानामृत और ओम शांति मीडिया पत्रिका का मेंबर बनाकर उन्होंने उसके माध्यम से बेतिया में काफी सेवा की। सरकारी सेवा से अवकाश ग्रहण के बाद वे यज्ञ में समर्पित हो गए तथा मधुबन से लेकर शांति शक्ति सरोवर एवं बेतिया  सेवा केंद्र के अलावा उत्तर बिहार के काफी सेवा केन्द्रो में उन्होंने अपनी सेवा दी है। अपनी सेवा कार्यों के बदौलत वे हमेशा याद किए जाएंगे। बेगूसराय सेवा केंद्र प्रभारी बीके कंचन बहन ने अचानक के पार्ट पर विस्तार से बताया ।कहा कि बीके शैलेंद्र भाई ने अचानक के पार्ट के एक प्रत्यक्ष उदाहरण स्वरुप है ।उन्होंने कहा कि उनमे  विनम्रता थी और हर सेवा कार्य में हमेशा तत्पर रहते थे ।उनकी दिनचर्या बिल्कुल एक्यूरेट थी ।2:00 बजे अमृत वेला में उठ जाना, रात्रि का भोजन भी नहीं करना आदि उनकी विशेषता थी।सेवा और स्व उन्नति मे उन्होंने संतुलन बरकरार रखा।वे रिट्रीट सेंटर शांति शक्ति सरोवर के एक मजबूत स्तंभ थे। बीके  प्रफुल्ल भाई  जो सेवा धारी शैलेंद्र भाई के कंधे से कंधे मिलाकर लगातार सेवा में रहते थे, श्रद्धांजलि समारोह में इतने भावुक हो गए कि दो शब्द भी नहीं बोल पाए। कार्यक्रम में उपस्थित डॉक्टर रामेश्वर भाई ने कहा कि इस शांति शक्ति सरोवर परिसर के एक-एक फूल में हमारे शैलेंद्र भाई दिख रहे हैं उनकी सेवा हमेशा याद की जाएगी। मिठू पंडित ने कविता के द्वारा श्रद्धांजलि दी। इसके अलावा मधुबनी की संगीता बहन ने कहा कि उनमे व्यावहारिकता एवं मिठास थी। श्रद्धांजलि समारोह में सभी अतिथि गणों के साथ-साथ सभी टीचर बहनो के साथ उपस्थित सभी भाई बहनों ने पुष्प अर्पित कर उनको  याद किया ।कार्यक्रम में शैलेंद्र भाई के लौकिक परिवार के भी काफी लोग आए थे जिसमें उनके दामाद ने संबोधित भी किया और कहा कि हम लोग आज अपने को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं कि ब्रह्माकुमारी का बेहद का परिवार आज उनको इतना याद कर रहा है तथा उन्हें मरणोपरांत इतना अधिक सम्मान  दे रहा है। कार्यक्रम में बीके किशोरी एवं सुजाता ने बड़ा ही सुंदर भाव प्रधान गीत प्रस्तुत कर उपस्थित सभी लोगों को विभोर कर दिया। कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों को संस्था की ओर से उपहार भेंट की गई कार्यक्रम में उपस्थित रहने वालों में मुजफ्फरपुर से पधारी बीके सीता बहन मुजफ्फरपुर भगवानपुर सेवा केंद्र प्रभारी बीके मीरा बहन ,बीके लक्ष्मी दीदी तथा मोतिहारी सेवा केंद्र प्रभारी बीके विभा बहन ,मीडिया प्रभारी बीके अशोक वर्मा ,आर्ट एंड कल्चर प्रभारी बीके शैलेंद्र भाई, अरेराज सेवा केंद्र की बीके लक्ष्मी, बीके अभिमन्यु भाई, बतिया के बीके अशोक भाई तथा बीके छठू भाई आदि उपस्थित थे।

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