अति कुपोषित बच्चों के लिए वरदान साबित हो रहा है पोषण पुनर्वास केंद्र

Live News 24x7
4 Min Read
  • छः माह से 5 वर्ष तक के बच्चों का होता है पोषण सम्बन्धित ईलाज 
  • कुपोषित बच्चों की पहचान में आरबीएसके निभा रहा है मुख्य भूमिका 
  • कमजोर व कुपोषित बच्चे हो तो उन्हें नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में या पोषण पुनर्वास केंद्र ले आए
बेतिया : जिले के गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों के लिए नरकटियागंज का “पोषण पुनर्वास केंद्र” किसी वरदान से कम नहीं है। जिले के अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ रमेश चंद्रा ने बताया की पोषण पुनर्वास केंद्र, नरकटियागंज में जिले के स्वास्थ्य केंद्रों से रेफर किए गए कमजोर एवं कुपोषित बच्चों क़ो भर्ती कराया जाता है एवं उन्हें उनके माता के साथ चिकित्सकों के देखरेख में ईलाज व निःशुल्क भोजन उपलब्ध कराया जाता है। इसके बाद बच्चों क़ो स्वस्थ करके घर भेजा जाता है। इसमें आरबीएसके के चिकित्सक भी कुपोषित बच्चों की पहचान में अहम भूमिका निभा रहा है। वे आँगनबाड़ी केंद्रों पर जाकर ऐसे बच्चों क़ो चिन्हित करते है, वहीं पीएचसी के डॉक्टर स्वास्थ्य केंद्र में एवं आशा घर घर जाकर ऐसे बच्चों क़ो चिन्हित करती है और फिर उन्हें अतिकुपोषित होने पर नरकटियागंज अनुमण्डलीय अस्पताल में रेफर किया जाता है। डॉ मनीकांत श्रीवास्तव ने बताया की यहाँ जनवरी 25 में 09, फ़रवरी में 08, मार्च 08, अप्रैल में अभी तक 10 कुल 35 बच्चे भर्ती किए गए। जिनमें आज 02 बच्चों क़ो डिस्चार्ज किया गया है। उन्होंने बताया की 14 प्रकार की सिरप के साथ कई अन्य दवाएं चलाई जाती है। नरकटियागंज में 20 बेड है। जहाँ कुपोषित बच्चों के कुपोषण के साथ अन्य जटिल बीमारियों का भी उपचार किया जाता है। कुपोषित बच्चों के साथ उनकी माताओं क़ो रहने खाने के साथ दैनिक भत्ता के रूप में प्रतिदिन ₹100 के हिसाब से उनके खाते में भुगतान किया है। डिस्चार्ज होने के बाद बच्चों का 15 दोनों पर फॉलो अप किया जाता है। डाइटिशियन राजकुमार ने बताया कि बच्चों को दूध, अनाज आधारित भोजन, हलवा, फल अंडा, हरी सब्जी एवं पोषक तत्वों से भरपूर अनाज खिलाए जाते है। समय-समय पर उनका वजन व स्वास्थ्य की जाँच की जाती है। वहीं माता-पिता को बच्चों को इस प्रकार संतुलित आहार खिलाने के लिए प्रेरित किया जाता है ताकि बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास ठीक ढंग से हो सकें।
कमजोर व कुपोषित बच्चे हो तो उन्हें नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में या पोषण पुनर्वास केंद्र ले आए:
मौके पर आरबीएसके के डीसी रंजन मिश्रा ने बताया की जिले में नरकटियागंज, गौनाहा, मैनाटांड, योगापट्टी, लौरिया, के सबसे ज्यादा कुपोषित बच्चे रेफर हुए है। जिनका ईलाज नरकटियागंज पोषण पुनर्वास केंद्र पर हुआ है। उन्होंने बताया कि अपने घर या आसपास ऐसे कमजोर व कुपोषित बच्चे हो तो उन्हें नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में या पोषण पुनर्वास केंद्र नरकटियागंज लेकर आना चाहिए एवं सही तरीके से ईलाज कराना चाहिए। मौके पर आरबीएसके डीसी रंजन मिश्रा, डॉ मणिकांत श्रीवास्तव, डॉ प्रदीप शरण, डाइटिशियन आकाश कुमार, खुशबू कुमारी, शिवनारायण ठाकुर व अन्य लोग उपस्थित थें।
73
Share This Article
Leave a review

Leave a review

Your email address will not be published. Required fields are marked *