10 फरवरी से खिलाई जाएगी फाइलेरिया रोधी दवाएं
पटना। राज्य में फाइलेरिया के प्रसार दर का पता लगाने के लिए 24 जिलों के 335 प्रखंडों में नाइट ब्लड सर्वे किया जा रहा है। नाइट ब्लड सर्वे के दौरान प्रत्येक प्रखंड में दो सत्रों का निर्माण किया गया है। नाइट ब्लड सर्वे के संबंध में राज्य के अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी (फाइलेरिया) डॉ परमेश्वर प्रसाद ने बताया कि किसी भी क्षेत्र में फाइलेरिया के प्रसार की दर जानने के लिए नाइट ब्लड सर्वे किया जाता है। इस दौरान 20 वर्ष से ऊपर के लोगों का रात में 8:30 बजे रात्रि से 12 बजे रात्रि के बीच ब्लड सैंपल लिया जाता है। यह सैंपल रात में लेने का मुख्य कारण हमारे शरीर में माइक्रोफाइलेरिया का रात में ही सक्रिय होना है।
मेडिकल कॉलेज में प्रशिक्षित हुए हैं लैब टेक्निशियन
डॉ प्रसाद ने बताया कि नाइट ब्लड सर्वे में ब्लड सैंपलिंग के लिए लैब टेक्निशियन को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के लैब के अतिरिक्त मेडिकल कॉलेजों में प्रशिक्षण प्राप्त हुआ है। इससे नाइट ब्लड सर्वे के दौरान सैंपल की गुणवत्ता में बढ़ोतरी होगी। डॉ प्रसाद ने बताया कि यह हर्ष का विषय है कि कई जिलों ने एनबीएस के टीम को जिला स्तरीय प्रशिक्षण को सफलतापूर्वक कराकर एनबीएस की गतिविधि को प्रारंभ कर दिया है। ऐसे जिले जहां अभी भी गतिविधि प्रारंभ नहीं हुई है, उन जिलों के जिला भीबीडी पदाधिकारियों को निदेशित किया गया है कि वे यथाशीघ्र जिला स्तरीय प्रशिक्षण संपन्न कराकर एनबीएस कार्यक्रम को सफलतापूर्वक संपन्न कराना सुनिश्चित करें।
निःशुल्क हाइड्रोसिल ऑपरेशन के बारे में जागरूकता
डॉ प्रसाद ने निदेशित किया है कि नाइट ब्लड सर्वे के जागरूकता के दौरान निःशुल्क हाइड्रोसिल ऑपरेशन के बारे में जागरूक किया जाय। डॉ प्रसाद ने बताया कि प्रखंड से जिला स्तर के अस्पतालों तथा मेडिकल कॉलेज में निःशुल्क हाइड्रोसिल ऑपरेशन की व्यवस्था है। साथ ही आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत भी लोग हाइड्रोसिल ऑपरेशन करवा सकते हैं।
10 फरवरी से सर्वजन दवा अभियान की होगी शुरुआत
डॉ प्रसाद ने बताया कि सर्वजन दवा सेवन अभियान की शुरुआत 10 फरवरी से की जाएगी। नाइट ब्लड सर्वे के लिए जागरूकता के हर स्तर पर कार्य किया जा रहा है। पीरामल, डब्ल्यूएचओ, पीसीआई के साथ सीफार के पेशेंट स्टेक होल्डर प्लेटफॉर्म के सदस्य जमीनी स्तर पर नाइट ब्लड सर्वे के लिए आमजन में जागरूकता फैला रहे हैं। सर्वजन दवा सेवन के दौरान दो साल से ऊपर के व्यक्तियों को फाइलेरिया रोधी दवाएं खिलाई जाएंगी। फाइलेरिया के प्रसार दर को रोकने का यह सबसे असरदार तरीका है। जिन जिलों में सर्वजन दवा सेवन अभियान चलाया जाएगा उनमें पूर्वी व पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, जमुई, कैमूर, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, सारण, गया, बांका, बेगूसराय, भागलपुर, जहानाबाद, कटिहार, खगड़िया, सहरसा, सिवान, सुपौल, औरंगाबाद, शिवहर, अरवल, वैशाली, सीतामढ़ी और शेखपुरा शामिल है।
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