- एलटी का कराया जाएगा प्रशिक्षण
- 27 प्रखंडो के जनप्रतिनिधि जागरूकता में करेंगे सहयोग, रात 8:30 से 12 बजे तक होगी रक्त की जाँच
मोतिहारी। जिले में फाइलेरिया के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए जिले के सभी 27 प्रखंडो में नाइट ब्लड सर्वें चलाया जाएगा। जिसकी तैयारी जोर शोर से चल रहीं है, इसको लेकर जिला वेक्टर कार्यालय में कार्यक्रम के सफलता के लिए भीडीसीओ, पिरामल, सिफार प्रतिनिधियों की बैठक हुईं। मौके पर भीडीसीओ धर्मेंद्र कुमार एवं सत्य नारायण उरांव ने कहा की जिले में फाइलेरिया रोगियों की पहचान को जल्द ही नाइट ब्लड सर्वे कार्यक्रम की शुरुआत होगी। उससे पूर्व एलटी का कराया जाएगा प्रशिक्षण। उन्होंने कहा की प्रखंड में एक हाई रिस्क साईट एवं एक रैंडम साईट होगा जहाँ से लोगों के रक्त नमूने एकत्रित किए जाएंगे।
जिले के वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ शरत चंद्र शर्मा ने बताया की स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार फाइलेरिया के संदिग्ध मरीजों की खोज को 27 प्रखंडो में लोगों की रात्रि में रक्त की जाँच कर छुपे हुए फाइलेरिया परजीवी की खोज की जाएगी। इसके लिए आशा व जनप्रतिनिधियों के सहयोग से लोगों को जागरूक करते हुए नाइट ब्लड सर्वें आयोजित किया जाएगा। इसको लेकर जोर शोर से अधिकारी भी लग गए है, उन्होंने बताया की नाइट ब्लड सर्वें के बाद 10 फ़रवरी से सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम की शुरुआत की जाएगी। उन्होंने बताया की मादा क्यूलेक्स मच्छर के काटने से फाइलेरिया होता है जिसके लक्षण शुरू में स्पष्ट रूप से दिखाई नहीं देते। इसके लक्षण आने में कभी कभी सालों लग जाते है। प्रायः फाइलेरिया मरीजों में बुखार, बदन में खुजली व सूजन की समस्या दिखाई देती है। इसके अलावा पैरों और हाथों में सूजन, हाथीपांव और अंडकोषों की सूजन, फाइलेरिया के लक्षण हैं। मौके पर कंसलटेंट अभिषेक कुमार, भीडीसीओ गौतम कुमार, धर्मेंद्र कुमार, सत्य नारायण उरांव, पिरामल प्रतिनिधि धर्मेंद्र प्रसाद, सिफार से बिनोद श्रीवास्तव, सिद्धांत कुमार व अन्य लोग उपस्थित थें।
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