गया।बिहार प्रदेश राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के कार्यालय में पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा का जयंती मनाया गया सर्वप्रथम उनके तेल चित्र पर माला पुष्प चढ़ा कर श्रद्धा सुमन अर्पित की गई इस अवसर पर राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ मनीष पंकज मिश्रा ने कहा जगन्नाथ मिश्रा भारतीय राजनीति के एक प्रमुख व्यक्तित्व थे। उनका जन्म 24 जून 1937 को बिहार के सुपौल जिले में हुआ था। वह एक अर्थशास्त्री और शिक्षाविद् थे, जिन्होंने पटना विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर के रूप में अपनी सेवाएं दीं। राजनीति में उनकी यात्रा कांग्रेस पार्टी से शुरू हुई, और वे तीन बार बिहार के मुख्यमंत्री बने: पहली बार 1975-77 में, दूसरी बार 1980-83 में और तीसरी बार 1989-90 में।मुख्यमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान, उन्होंने राज्य के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। शिक्षा के क्षेत्र में उनका योगदान विशेष रूप से उल्लेखनीय है, जिसमें प्राथमिक शिक्षा के विस्तार और उच्च शिक्षा संस्थानों की स्थापना शामिल है। उन्होंने ग्रामीण विकास और कृषि क्षेत्र में भी सुधार लाने के प्रयास किए गए हैं।जगन्नाथ मिश्रा का निधन 19 अगस्त 2019 को हुआ है। उनकी मृत्यु के बाद, उन्हें एक ऐसे नेता के रूप में याद किया गया जिसने बिहार के विकास और राजनीति पर स्थायी प्रभाव छोड़ा है। उनका जीवन संघर्ष, सफलता और विवादों का मिश्रण था, जिसने उन्हें भारतीय राजनीति का एक महत्वपूर्ण पात्र बनाया है। बिहार के राजनीति में डॉ मिश्रा के पुत्र नीतीश मिश्रा बिहार सरकार के मंत्री के रूप में आसीन है।
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