बिहार के नवादा जिले में साइबर अपराध काफी फल-फूल रहा है. नवादा पूरी तरह जामताड़ा बन गया है. नवादा पुलिस ने वारिसलीगंज थानाक्षेत्र से छापेमारी करते हुए पुलिस तीन साइबर अपराधियों को फ्रॉड करते धर दबोचा है. शेष अपराधी पुलिस को देखकर भाग गये. गिरफ्तार आरोपियों ने अपराध कबूलते हुए बताया कि ये लक्की ड्रा क़े नाम पर लोगों से ठगी किया करते थे.
वारिसलीगंज थाना पुलिस की टीम ने गुप्त सूचना मिली थी कि दोसुत पंचायत के धनकौल से पश्चिम एवं बेलधा गांव से दक्षिण बधार में एक झाड़ी के पास दर्जनों लोगों द्वारा साइबर फ्रॉड किया जा रहा है. सूचना पर पहुंची पुलिस ने छापेमारी कर ठगी के धंधे में संलिप्त तीन युवकों को गिरफ्तार किया है. वहीं पुलिस को आते देखकर आधा दर्जन से अधिक ठग फरार हो गये.
गिरफ्तार साइबर अपराधियों के पास से 04 एंड्रॉयड मोबाइल एक 13 पेज का कस्टमर डाटा बरामद किया गया है. गिरफ्तार लोगों से पूछताछ करते हुए अग्रेतर कार्रवाई की जा रही है. थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर रूपेश कुमार सिन्हा ने बताया कि “गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस अधीक्षक अंबरीश राहुल के निर्देश पर छापेमारी टीम बनाकर शनिवार को धनकौल गांव की तरफ से बेलधा बधार में छापेमारी की गई.”
उन्होंने बताया कि इस क्रम में बेलधा ग्रामीण उमेश पासवान का पुत्र संटू पासवान, धींना पासवान का पुत्र विक्रम कुमार और अजय राउत का पुत्र गुलशन कुमार को गिरफ्तार कर थाना लाया गया. पुलिस ने भागे युवकों को चिन्हित कर पुलिस क़े पकड़ में आए तीन सहित 10 ठगों को नामजद आरोपी बनाया है.
49