- निक्षय दिवस मनाने के साथ लोगों को टीबी के लक्षणों के बारे में किया गया जागरूक
- जिलेभर के हेल्थ एवं वेलनेस सेंटरों पर लोगों के स्वास्थ्य की हुई जाँच
बेतिया। जिले के सभी हेल्थ एवं वेलनेस सेंटरों पर स्वास्थ्य मेला के आयोजन के दौरान निक्षय दिवस मनाया गया। इस दौरान स्वास्थ्य केंद्र पर लोगों की स्वास्थ्य जाँच की गई। साथ ही लोगों को टीबी के लक्षणों के बारे में जागरूक किया गया। इस अवसर पर सीएचओ व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा टीबी के लक्षणों को नहीं छुपाने की सलाह दी गईं। ताकि टीबी की समय पर पहचान हो और इसका उन्मूलन संभव हो सके।
टीबी के लक्षण व इलाज के बारे में लोगों को किया जागरूक:
जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ रमेश चंद्रा ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्रों पर सीएचओ, आशा, नर्स व अन्य स्वास्थ्यकर्मी ने टीबी के लक्षण व इलाज के बारे में लोगों को जागरूक किया। उन्होंने बताया कि टीबी के लक्षणों की सही समय पर जांच जरूरी है। कभी-कभी टीबी के चार लक्षण मिलते हैं। जैसे कफ, बुखार, वजन घटना, रात में पसीने आना। इन सभी लक्षणों के होने पर सरकारी अस्पताल में टीबी की जांच की जाती है। टीबी शरीर के कई हिस्सों में हो सकता है। जैसे छाती, फेफड़ों, गर्दन, पेट आदि। टीबी का सही समय पर जांच होना बहुत ही आवश्यक होता है। तभी हम इस गंभीर बीमारी से बच सकते हैं ।
टीबी मरीजों को मिलता है निक्षय पोषण योजना का लाभ:
जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ चंद्रा ने बताया कि जिले में 32 व्यक्तियों ने निक्ष्य मित्र बन टीबी रोगियों को पोषण सम्बंधित सहायता प्रदान कर रहे है। उन्होंने बताया की टीबी को जड़ से समाप्त करने के लिए भारत सरकार ने 2025 तक लक्ष्य तय किया है।भारत सरकार द्वारा निक्षय पोषण योजना अंतर्गत ₹500 की राशि प्रत्येक माह डीबीटी के माध्यम से टीबी मरीजों के बैंक खाते में दी जाती है, ताकि पोषण आहार का सेवन कर टीबी मरीज जल्द स्वस्थ हो सकें ।
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