टीबी मुक्त पंचायत के लिए छह इंडिकेटरों पर कार्य करेगा सीतामढ़ी

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  • टीबी नोटिफिकेशन दर प्रति हजार पर दो करने का लक्ष्य
  • निक्षय मित्रों द्वारा शत प्रतिशत पोषण सुनिश्चित कराना भी उद्देश्य
सीतामढ़ी। प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान अंतर्गत सीतामढ़ी जिले को टीबी मुक्त पंचायत की पहल के लिए शुक्रवार को जिलाधिकारी सीतामढ़ी की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। बैठक के दौरान संचारी रोग पदाधिकारी डॉ मुकेश कुमार द्वारा यक्ष्मा उन्मूलन हेतु पंचायती राज विभाग, शिक्षा विभाग, बाल विकास परियोजना, सहयोगी संगठन आदि से सहयोग की अपील की गई। बैठक के दौरान डब्ल्यूएचओ सलाहकार डॉ कुमार गौरव द्वारा टीबी मुक्त पंचायत की पहल हेतु कार्य योजना पर विस्तार से चर्चा करते हुए  6 इंडिकेटर पर कार्य किए जाने की आवश्यकता पर बल दिया।  बैठक के दौरान जिलाधिकारी मणेश कुमार मीणा ने सभी 17 प्रखंडों में से कुल 17 पंचायत को चिन्हित कर कार्य योजना तैयार कर दिसंबर 2023 से पूर्व अपना दावा समर्पित करने हेतु निर्देश दिया गया। डीईओ सह लेखापाल रंजन शरण द्वारा पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से जिला का डाटा प्रस्तुत किया गया एवं बताया गया कि माह जनवरी एवं मार्च 2023 में एक्टिव केस फाइंडिंग तथा प्रत्येक सप्ताह कैंप कराने के कारण टीवी नोटिफिकेशन में 3 गुना बढ़ोतरी हुई है। टीबी नोटिफिकेशन में अभी जिला पहले पायदान पर है।
पदाधिकारियों से निक्षय मित्र बनने की अपील:
निश्चय मित्र में अपेक्षित लक्ष्य की पूर्ति के लिए डॉ मुकेश कुमार द्वारा जिला प्रशासन, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन एवं उपस्थित पदाधिकारी से सहयोग की अपील की गई। जिला पदाधिकारी महोदय द्वारा अनुरोध किए जाने पर उपस्थित सभी पदाधिकारी एवं कर्मचारी ने यक्ष्मा मरीजों के सहयोग का वचन दिया गया एवं निश्चय मित्र के रूप में कार्यक्रम से जुड़ने का आश्वासन दिया गया। अंत में टीबी मुक्त पंचायत की पहल एवं सीतामढ़ी जिला को टीबी मुक्त बनाने हेतु उपस्थित सभी सदस्यों ने शपथ लिया।
टीबी मुक्त पंचायत बनने के लिए उपयोगी शर्तें: 
1. टीबी प्रीजम्टीव केस एग्जामिनेशन रेट 50 प्रति हजार से अधिक होना चाहिए।
2. टीबी नोटिफिकेशन दर 2 प्रति हजार से कम होना चाहिए।
3. पंचायत के दवा दुकान यक्ष्मा निरोधी दवा लेने वाले टीबी रोगियों की शत प्रतिशत रिपोर्टिंग सुनिश्चित होना चाहिए।
4. क्षेत्र अंतर्गत शत प्रतिशत यक्ष्मा मरीजों को निश्चय पोषण योजना का लाभ दिया जाना सुनिश्चित करना है।
5. नियमित एवं पूर्ण उपचार करने वाले रोगियों का अनुपात 80 से अधिक होना चाहिए।
6. निश्चय मित्र की सहायता से 100  रोगियों को पोषण संबंधी सहायता उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाना है।
इन सभी संकेतकों में से कम से कम पांच संकेतक पूर्ण करने पर संबंधित पंचायत द्वारा टीवी मुक्त पंचायत घोषित किए जाने हेतु अपना दावा किया जा सकता है। उक्त दावे का जिला स्तर से सत्यापन होने के उपरांत जिला पदाधिकारी द्वारा विश्व यक्ष्मा दिवस के अवसर पर टीवी मुक्त पंचायत घोषित किया जाएगा।
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