बिहार के मोतिहारी जिले से एक फाइनेंस कंपनी के कर्मी द्वारा खुद को लुटे जाने के मामले का पुलिस ने खुलासा कर लिया है। मिली जानकारी के अनुसार मोबाइल की किश्त जमा करने के लिए लूट की झूठी कहानी रचने वाला फाइनेंस कंपनी के कर्मी को पुलिस ने महज 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर किया है। पुलिस ने लूटा गया पैसा भी बरामद कर लिया गया है।
मामले को लेकर अरेराज एसडीपीओ रंजन कुमार ने बताया कि हरसिद्धि थाना क्षेत्र के यादवपुर निवासी राजकुमार पंडित चौतन्य फाइनेंस कंपनी में कलेक्शन एजेंट का काम करता है। उसने संग्रामपुर थाने में आवेदन दे कर बताया कि कलेक्शन कर लौट रहा था, इसी बीच संग्रामपुर थाना क्षेत्र के भवानीपुर के आस-पास दो बाइक एक अपाचे तो दूसरा स्प्लेंडर मोटरसाइकिल पर सवार हो कर आए अज्ञात अपराधियों ने उससे मोबाइल, कागजात और कलेक्शन का 48290 रुपए बैग में रखा था, उसे लूट कर फरार हो गए।
जिसके बाद एसपी कांतेश मिश्रा ने अरेराज एसडीपीओ रंजन कुमार के नेतृत्व में टीम का गठन कर लूट की घटना का खुलासा करने का निर्देश दिया, जिसके बाद एसडीपीओ ने तकनीकी अनुसंधान शुरू किया तो पाया कि फाइनेंस कर्मी द्वारा पैसा से भरा बैग अपनी मौसेरी बहन के घर रख कर लूट की झूठी कहानी बनाई गई है। जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर पैसे को बरामद कर लिया गया।
एसडीपीओ ने बताए कि फाइनेंस कर्मी राजकुमार ने 28 हजार में फोन लिया था और वह किश्त जमा नहीं कर पा रहा था। इसलिए उसने लूट की झूठी कहानी रची, बातचीत में पुलिस को शक हो गया फिर जांच शुरू की तो कांड का खुलासा हो गया।
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