अशोक वर्मा
मोतिहारी : रामगढ़वा प्रखण्ड के अहिरौलिया गाँव की 30 महिलाओं को नाबार्ड द्वारा वित्त पोषित तथा कृषक विकास समिति (एनजीओ) द्वारा संचालित सूक्ष्म उद्यम विकास कार्यक्रम (एमईडीपी) में 15 दिनों तक निःशुल्क प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। कार्यक्रम का उदघाटन नाबार्ड डीडीएम आनंद अतिरेक, कृषक विकास समिति के अध्यक्ष उमाशंकर प्रसाद तथा प्रतिनिधि किसान नारद यादव ने संयुक्त रूप से किया। सभा को संबोधित करते हुए आनंद ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में बकरी पालन एक महत्वपूर्ण व्यवसाय बन कर उभरा है जो कई लोगों के लिए आर्थिक सहायता प्रदान कर रहा है। इसके माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर भी बढ़ रहे हैं। कृषि के साथ साथ बकरी पालन को भी गाँव के लोग तेजी से अपना रहे हैं। उमाशंकर प्रसाद ने बताया कि बकरी को गरीबों की गाय तथा चलता फिरता ATM कहा जाता है। उन्होंने सभी पशुपालकों से कहा कि महिलाएं बकरी पालन पर प्रशिक्षण प्राप्त कर अपनी बकरियों का पालन पोषण सही तरीके से करें ताकि वे 5 से 50 हो जाए और महिलाओं को आर्थिक स्वावलंबन के क्षेत्र में सहयोग मिले। अंत में आनंद ने बताया कि अगले 15 दिनों तक प्रशिक्षुओं को बकरियों के उन्नत नस्ल के चुनाव, आवास प्रबंधन, आहार प्रबंधन, बीमारियों से बचाव के लिए टीका करण, इत्यादि पर विस्तृत जानकारी प्रदान की जाएगी। नाबार्ड द्वारा कार्यक्रम के समापन के बाद सभी महिलाओं को प्रमाणपत्र तथा स्टायपंड राशि भी प्रदान किए जाएंगे।
