कमाडेंट के नेतृत्व में खिलाई गई एसएसबी जवानों को सर्वजन दवा

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  • दवा सेवन कर जवान होंगे फाइलेरिया से सुरक्षित 
  • वर्ष में एकबार करें डीईसी एवं अल्बेंडाजोल की गोली का सेवन 
बेतिया : फाइलेरिया हाथीपाँव से सुरक्षित रहने के लिए शुक्रवार को एसएसबी 21वीं बटालियन बगहा 2 के 400 से अधिक जवानों ने आज कॉमनडेंट श्री प्रकाश, सेकेण्ड कॉमनडेंट अश्विनी कुमार, स्वास्थ्य विभाग की टीम एवं पिरामल फाउंडेशन की टीम के सहयोग से सर्वजन दवा का सेवन किया।मौके पर कॉमनडेंट श्री प्रकाश ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जा रहे एम.डी.ए. कार्यक्रम के तहत फाइलेरिया जैसी गंभीर बीमारी के रोकथाम हेतु डी.ई.सी एवं अलबेंडाजोल की दवा कैंप में उपस्थित जवानों को खिलायी गयी ताकि वे सभी फाइलेरिया से सुरक्षित रहें। पिरामल स्वास्थ्य के डीएल राजू सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा आंगनबाड़ी केंद्र, स्कूलों, घर पर जाकर सर्वजन दवा खिलाई जा रही है। यह दवा पूर्णतः सुरक्षित है, इसलिए इस दवा को वर्ष में एकबार जरूर सेवन करना चाहिए, डीईसी एवं अल्बेंडाजोल की गोली का सेवन से हम सभी फाइलेरिया जैसे गंभीर रोग से बच सकते है। वहीं बीसी श्याम सुन्दर कुमार ने कहा कि जिला स्तर पर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जन समुदाय के लिये यह मैसेज दिया गया कि सभी लोग जिनका उम्र 2 वर्ष से ऊपर है वे इस दवा का सेवन करें। जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ हरेंद्र कुमार ने बताया कि गर्भवती महिला एवं गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति को छोड़ कर सभी इस दवा का सेवन करें।फाईलेरिया को आम बोल चाल की भाषा में हाथीपाँव कहा जाता है, यह गंभीर बीमारी है जिससे समाज में कोई भी व्यक्ति इस बीमारी से ग्रसित हो सकता है। फाइलेरिया के गंभीर होने पर यह व्यक्ति को विकलांग बना देता है। इस कारण व्यक्ति के परिवार पर भी असर पड़ता है, फाइलेरिया से ग्रसित व्यक्ति अपने परिवार के लोगों को कमा कर उनका पालन पोषण भी नहीं कर पता है। अतः इससे बचने के लिए सभी दवा खाएं एवं समाज एवं देश को स्वस्थ बनाने में सरकार का सहयोग करें।
वर्ष में एकबार करें डीईसी एवं अल्बेंडाजोल की गोली का सेवन
पिरामल स्वास्थ्य के डीएल राजू सिंह ने कहा कि वर्ष में एकबार यदि 5 साल तक डीईसी एवं अल्बेंडाजोल की गोली का सेवन किया जाए तो इस रोग से बचा जा सकता है। वहीं यह दवा का सेवन करने पर हल्का साइड इफेक्ट हो तो घबराने की जरूरत नहीं है, यह फाइलेरिया रोग के परजीवी को खत्म करने का संकेत है।
इस मौके पर स्वास्थ्य विभाग से डी.ए. प्रियंका देवी, इंदु देवी, सुधा देवी, पानमती देवी तथा पिरामल फाउंडेशन से डी. एल. राजू सिंह, प्रोग्राम लीड अब्दुल्लाह अंसारी, एस डी सी श्यामसुंदर कुमार एवं धर्मेंद्र यादव उपस्थित थे।
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