मुजफ्फरपुर जिले के अहियापुर थाना क्षेत्र के शहबाजपुर सलेम में बंद बोरे में मिले अज्ञात युवक के शव की गुत्थी अब सुलझ गई है। बोरे में मिले शव की पहचान टरमा बखरी निवासी 22 वर्षीय विशाल पांडेय के रूप में हुई है। मिली जानकारी के अनुसार मृतक युवक आपराधिक चरित्र का बताया जा रहा है। जिसके ऊपर अहियापुर थाना क्षेत्र समेत जिले में 10 से अधिक मामले दर्ज है। मृत युवक अभी हाल ही में 15 दिन पहले जमानत मिलने पर जेल से बाहर आया था। वही, इस हत्या के पीछे अहियापुर पुलिस ने आपसी गैंगवार की आशंका जताई है।
मृतक के घरवालों के अनुसार विशाल पांडेय हत्या के एक मामले में अभी हाल ही में जमानत पर छूटकर बाहर आया था। मृतक विशाल 18 फरवरी की शाम को घर से सब्जी लाने के लिए बखरी चौक के लिए निकला था। जिसके बाद से वह घर नहीं लौटा था। जिसकी लिखित सूचना भी परिजनों ने अहियापुर थाना को दी थी। परिजनों के अनुसार विशाल पांडेय को बखरी बाजार पर अंतिम बार देखा गया था। जहां से दो लोग उसे बाइक पर बैठाकर अपने साथ लेकर वहां से निकल गए थे।
आपको बता दे कि 19 फरवरी की देर शाम शहबाजपुर सलेम से बोरे में बंद युवक की लाश को बरामद किया गया था। जिसकी गला रेतकर नृशंश हत्या की गई थी। वही, मृतक के चेहरे और सर पर भी चोट के कई निशान मिला था। जिससे शव का शिनाख्त नहीं हो पा रहा था। वही शव मिलने की सुचना पर थाना पहुंचे परिजनों द्वारा मृतक के शव का शिनाख्त किया गया। जिसके बाद आवश्यक कागजी कार्रवाई और पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी कर मृतक के शव को परिजनों को पुलिस ने सौंप दिया। वही इस संबंध में परिजनों के बयान पर अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध अहियापुर थाने में हत्या की प्रथमिकी दर्ज कराई गई है। वही पोस्टर्माटम के बाद शव मिलते ही परिजनो ने मुजफ्फरपुर दरभंगा मार्ग के बखरी चौक पर शव रख कर सड़क जाम कर हंगामा करने लगे। हंगामे की सुचना पर पहुची पुलिस ने आक्रशित लोगो को समझा बुझा कर जाम को समाप्त करवाया।
आपको बता दे कि पिछले साल 19 अप्रैल को पटियाशा के गल्ला कारोबारी निलेश राज को लूट के दौरान गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने मृत्क विशाल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। वही आपको बता यह भी बता दे कि मृत्क विशाल पांडेय को पहली बार 16 साल की उम्र में जेल हुई थी।
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