- 30 वर्षो से हैं फाइलेरिया से ग्रसित
- स्वास्थ्य विभाग से मिल चुका है विकलांगता का प्रमाण पत्र
- घरों के आसपास साफ-सफाई के साथ मच्छरदानी लगाने को करते हैं जागरूक
मोतिहारी : पिपराकोठी प्रखंड के गोविंदापुर ग्राम टिकैता पंचायत के गिन्नीलाल साह पिछले 30 वर्षों से (हाथी पाँव) रोग से ग्रसित हैं। अब वे फाइलेरिया से लोगों को बचाने के लिए प्रयासरत हैं और इसके उन्मूलन के लिए लोगों को सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) करने हेतु जागरूक कर रहे हैं।
गिन्नीलाल साह ने बताया कि मैं टिकैता पंचायत का निवासी हूँ, इस गाँव में बच्चा से लेकर बूढ़े तक हर उम्र के 30 से अधिक फाइलेरिया के मरीज हैं जो कष्टकारी जीवन जीने को मजबूर है। उन्होंने बताया कि आगे किसी को यह रोग न हो, इसलिए मैं इस बीमारी से बचने के लिए जागरूक कर रहा हूँ। गिन्नीलाल साह ने बताया कि उनको 30 वर्ष पहले अचानक दाएं पैर में सूजन हुआ। उन्होंने ध्यान नहीं दिया। फिर गुजरते समय के साथ इसमें सूजन और दर्द बढ़ता गया। कई प्राइवेट और सरकारी अस्पताल में दिखाए परन्तु यह ठीक नहीं हुआ। अब विकलांग की तरह जीवन जीने को अभिशप्त हैं। मोतिहारी सदर अस्पताल से उन्हें विकलांगता का प्रमाण पत्र भी मिल चुका है, जिससे प्रतिमाह 400 रुपए की सरकारी सहायता प्राप्त होती है।
पेशेंट नेटवर्क के गठन से मिली लोगों को जागरूक करने की प्रेरणा:
गिन्नीलाल ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र टिकैता में ज़ब स्वास्थ्य विभाग के तरफ से फाइलेरिया मरीजों के बीच एमएमडीपी किट वितरण के साथ मीटिंग की गईं और उसमें बताया गया कि यह रोग ठीक होने वाला नहीं है, इससे बचाव ही एकमात्र उपाए है। तब मैंने लोगों को जागरूक करने की ठानी। सीएचओ ओमप्रकाश एवं वेक्टर डिजिज नियंत्रण पदाधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने पवनपुत्र पेशेंट नेटवर्क समूह का गठन कर मुझे वॉलिंटियर बना दिया। गिन्नीलाल कहते हैं कि मैं नहीं चाहता कि गाँव के बच्चे, जवान या महिला-पुरुष कोई भी ऐसी बीमारी से ग्रसित हो। इसलिए अब मैं पवनपुत्र ग्रुप के सदस्य बनकर लोगों को फाइलेरिया से बचने के लिए सर्वजन दवा सेवन करने की अपील करता हूँ। साथ ही घरों के आसपास साफ-सफाई रखने व मच्छर से बचने के लिए सोते समय मछड़दानी लगाने को कहता हूँ। शिक्षक संजय कुमार ने कहा कि लोगों को 10 फ़रवरी से सर्वजन दवा सेवन कराने हेतु फाइलेरिया मरीजों के द्वारा जागरूक करना स्वास्थ्य विभाग की अनोखी पहल है। इसका गाँव, समाज में सकरात्मक असर दिखेगा। उन्होंने बताया कि अख़बार से मालूम हुआ है कि स्कूलों में भी दवा सेवन कराने के लिए 3 दिनों तक बूथ लगेगा जहाँ छात्र-छात्राएं, शिक्षक सभी स्वास्थ्यकर्मियों की देखरेख में दवा का सेवन करेंगे।
सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम के बारे में जागरुक कर रहे हैं फाइलेरिया मरीज:
वेक्टर डिजिज कंट्रोल ऑफिसर धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि फाइलेरिया जैसी गंभीर बीमारी से ग्रसित होकर भी गिन्नीलाल शाह जागरूकता फैलाने का कार्य कर रहे हैं जो काफ़ी सराहनीय है। उन्होंने बताया कि जिले के 4 प्रखंड में
स्वास्थ्य विभाग एवं सीफार संस्था के सहयोग से पेशेंट प्लेटफार्म समूह बनाया गया है जिसमें फाइलेरिया मरीज लोगों को आगामी 10 फरवरी से सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम के बारे में जागरुक कर रहे हैं।